छत्तीसगढ़ में कम हुई बाघों की संख्या, पहले नंबर पर मध्यप्रदेश बरकरार
Number of Tigers: अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने राज्यवार बाघों की गणना 2022 के आंकड़े जारी कर दिए हैं, जिसके मुताबिक मध्यप्रदेश फिर से टाइगर स्टेट बना है। MP ने एक बार फिर टाइगर स्टेट का दर्जा हालिस कर लिया है। मध्यप्रदेश में बाघ की संख्या डेढ़ गुना बढ़ी है। मध्यप्रदेश 785 बाघों की संख्या के साथ सर्वाधिक बाघों वाला स्टेट बना है। पिछली बार हुई बाघ गणना के मुताबिक मध्यप्रदेश में कुल 526 बाघ थे, जो देशभर में किसी राज्य में सबसे ज्यादा थे।
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साल 2022 की स्थिति में भारत में बाघों की संख्या 3080 है। बाघों की 3/4 से ज्यादा आबादी संरक्षित क्षेत्रों में पाई जाती है। बाघों की सबसे बड़ी आबादी 785 मध्यप्रदेश में है। MP में सबसे ज्यादा 165 बाघ बांधवगढ़ नेशनल पार्क में है। कान्हा में 129, पन्ना में 64, पेंच में 123, सतपुड़ा में 62,संजय दुबरी में 20 है। टाइगर रिजर्व एरिया में कुल बाघों की संख्या 563 है और 222 बाघ खुले जंगलों में घूम रहे हैं। बता दें कि हर चार साल में देशभर में राज्यवार बाघों की संख्या के आंकड़े जारी किए जाते हैं। (Number of Tigers)
मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने पर CM शिवराज सिंह ने ट्वीट कर खुशी जताई है। CM ने लिखा कि ये हमारे प्रदेश के लिए अत्यंत हर्ष की बात है। प्रदेशवासियों और वन विभाग का अथक सहयोग रहा। 4 सालों में हमारे प्रदेश में बाघो की संख्या बढ़ी है। बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है। मैं प्रदेशवासियों को धन्यवाद और बधाई देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि आइए हम सब मिलकर अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर भावी पीढ़ियों के लिए प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लें। (Number of Tigers)
अत्यंत गर्व और हर्ष की बात है कि विगत चार वर्षों में मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है। सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई।
यह गौरवपूर्ण उपलब्धि वन विभाग के कर्मठ साथियों, वन्य जीव प्रेमियों और नागरिकों के योगदान से मिली है। मैं आप सबके सहयोग के लिए हृदय से… pic.twitter.com/pvEqkK5wyd
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 29, 2023
ताजा आंकड़ों के मुताबिक कर्नाटक 563 बाघों के साथ दूसरे स्थान पर, उत्तराखंड 560 के साथ तीसरे और महाराष्ट्र 444 बाघों के साथ चौथे स्थान पर शामिल हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश में पिछले 4 सालों में बाघों की संख्या में बड़ा उछाल आया है। 2018 की गणना में 526 बाघ पाए गए थे। यानी चार सालों में 259 बाघ बढ़ गए हैं। इधर, छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या कम हुई है। छत्तीसगढ़ में साल 2022 में बाघों की संख्या 17 दर्ज की गई है, जो 2018 में की गई गणना के लिहाज से दो कम है। इसके पहले 2014 में ये आंकड़ा 46 और 2010 और 2006 में 26-26 थी। ताजा आंकड़ों में सबसे ज्यादा 5 बाघ अचानकमार टाइगर रिजर्व में होने का अनुमान है। वहीं उदंती सीतानदी और इंद्रावती अभयारण्य में एक-एक बाघ होने का अनुमान है। (Number of Tigers)