Congress MP Priyanka Gandhi: केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में अपना पहला संबोधन दिया। उन्होंने भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान कहा कि हमारे देश में संवाद और चर्चा की हजारों साल पुरानी परंपरा रही है। ये परंपरा हर धर्म, दर्शन ग्रंथों, वेदों और उपनिषदों में दिखती है। वाद-संवाद हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है। इसी परंपरा से हमारा स्वतंत्रता संग्राम निकला था, जो अहिंसा और सत्य पर आधारित था। ये एक बेहद लोकतांत्रिक लड़ाई थी। इस आंदोलन से देश के किसान, मजदूर, बुद्धिजीवी.. सभी जुड़े थे। सबने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी। इसी आजादी की लड़ाई से देश में एक आवाज उठी, जो हमारा संविधान है। ये साहस और आजादी की आवाज थी।
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उन्होंने कहा कि आप बैलेट पर चुनाव कर लीजिए, दूध का दूध-पानी का पानी हो जाएगा। हमारा संविधान इंसाफ, उम्मीद, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है, जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जल रही है। इस ज्योत ने हर भारतीय को शक्ति दी है कि उसे न्याय मिलने का अधिकार है, अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की क्षमता है। इस संविधान ने हर देशवासी को ये अधिकार दिया है कि वो सरकार बना भी सकता है और सरकार बदल भी सकता है। इस ज्योत ने हर हिंदुस्तानी को ये विश्वास दिया कि देश की संपत्ति में उसका भी हिस्सा है। उसे एक सुरक्षित भविष्य का अधिकार है। उम्मीद और आशा की ये ज्योत मैंने देश के कोने-कोने में देखी है। (Congress MP Priyanka Gandhi)
करोड़ों महिलाओं को हिम्मत संविधान ने दी: प्रियंका
सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्नाव में मैं एक रेप पीड़िता के घर गई। उसके खेत जलाए गए थे और उसके भाइयों को पीटा गया था। मैं उस बच्ची के पिता से मिली। उस बच्ची के पिता ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए। मेरी बेटी अपने जिले में FIR दर्ज कराने गई तो उसे मना किया गया। फिर उसे दूसरे जिले जाना पड़ा। वो रोज सुबह उठकर अकेली अपना मुकदमा लड़ने दूसरे जिले में ट्रेन से जाती थी। पिता ने बताया कि मैं उसे मना करता था कि ये लड़ाई छोड़ दो, लेकिन उस बच्ची ने कहा कि पिता जी, ये मेरी लड़ाई है, जिसे मैं लडूंगी। उस बच्ची और देश की करोड़ों महिलाओं को ऐसी हिम्मत हमारे संविधान ने दी है। (Congress MP Priyanka Gandhi)
हमारा संविधान एक सुरक्षा कवच: प्रियंका गांधी
प्रियंका ने कहा कि हमारा संविधान एक सुरक्षा कवच है, जो देशवासियों को सुरक्षित रखता है। हमारा संविधान न्याय, एकता और अभिव्यक्ति की आजादी का कवच है, लेकिन बीते 10 साल में सत्ता पक्ष ने ये सुरक्षा कवच तोड़ने का पूरा प्रयास किया है। पहले एक कहानी होती थी। राजा भेष बदलकर लोगों के बीच आलोचना सुनने जाता था। आज के राजा को भी भेष बदलने का बहुत शौक है, लेकिन उनमें न जनता के बीच जाने की हिम्मत है और न आलोचना सुनने की। मैं आगरा में अरुण वाल्मिकी के घर गई। वे पुलिस स्टेशन में सफाई का काम करते थे। हमारी तरह उनका भी परिवार था, एक छोटा सा बच्चा था। पुलिस स्टेशन में चोरी हो गई, तो उनके ऊपर चोरी का इल्जाम लगा दिया गया। उनके पूरे परिवार को पुलिस स्टेशन बुलाया गया। (Congress MP Priyanka Gandhi)
उनके पिता के नाखून निकाले गए: प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी पत्नी और पिता को पीटा गया। उनके पिता के नाखून निकाले गए। अरुण वाल्मिकी को पीट-पीटकर मार डाला गया। मैं जब अरुण वाल्मिकी की पत्नी से मिलने गई तो उन्होंने कहा- दीदी मुझे न्याय चाहिए और हम इस न्याय के लिए लड़ते रहेंगे। ये हिम्मत उस महिला को हमारे संविधान ने दी है। हमसे संभल के कुछ लोग मिलने के लिए आए थे, जो मृतकों के परिवार के सदस्य थे। उनमें दो बच्चे थे। उनके पिता दर्जी थे, जिनका एक ही सपना था कि उनका बेटा डॉक्टर बनेगा। उनके पिता उन्हें हर दिन स्कूल छोड़ते थे। उस दिन भी वे अपने बच्चों को स्कूल छोड़कर अपनी दुकान पर चले गए। उन्हें पता नहीं था कि विवाद हो रहा है, उन्होंने घर लौटने की कोशिश की तो पुलिस ने गोली मार दी। (Congress MP Priyanka Gandhi)
आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा: प्रियंका
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उनका बेटा मुझसे कहता है कि मैं डॉक्टर बनकर दिखाऊंगा, मैं अपने पिता का सपना साकार करूंगा। ये सपना और ये आशा उसके दिल में हमारे संविधान की वजह से है। नरेंद्र मोदी की जातिगत जनगणना के लिए गंभीरता का प्रमाण देखिए-जब चुनाव में पूरा विपक्ष जातिगत जनगणना की बात कर रहा था। तब नरेंद्र मोदी कह रहे थे- ये आपकी भैंस और मंगलसूत्र चुरा लेंगे। संविधान में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा है। ये वादा एक सुरक्षा कवच है, जिसे तोड़ने का काम शुरू हो चुका है। ये सरकार लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। अगर लोकसभा में ये नतीजे नहीं आए होते तो ये संविधान बदलने का काम शुरू कर चुके होते। (Congress MP Priyanka Gandhi)
जातिगत जनगणना जरूरी है: प्रियंका गांधी
सांसद प्रियंका ने कहा कि आज सत्ता पक्ष बार-बार संविधान इसलिए कह रहा है, क्योंकि इस चुनाव में पता चल गया कि देश की जनता ही संविधान को सुरक्षित रखेगी और संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी। आज जनता की मांग है कि जातिगत जनगणना हो। जातिगत जनगणना इसलिए भी जरूरी है, ताकि पता चले कि देश में किसकी क्या स्थिति है और नीतियां उस हिसाब से बनें। सत्ता पक्ष के मेरे साथी ज्यादातर अतीत की बातें करते हैं। कहते हैं- उस समय ऐसा हुआ, नेहरू जी ने क्या किया। अरे, आप वर्तमान की बात करिए। देश को बताइए कि आप क्या कर रहे हैं, आपकी जिम्मेदारी क्या है? या सारी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू जी की है? (Congress MP Priyanka Gandhi)
भारत का संविधान, संघ का विधान नहीं: प्रियंका
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान, संघ का विधान नहीं है। देश देख रहा है कि किस तरह एक व्यक्ति को बचाने के लिए देश की जनता को नकारा जा रहा है। सारे बिजनेस, सारे संसाधन, सारी दौलत, सारे मौके एक ही व्यक्ति को सौपें जा रहे हैं। देश का बंदरगाह, पोर्ट, एयरपोर्ट, सड़कें, रेलवे, सरकारी कंपनियां सिर्फ एक ही व्यक्ति को दी जा रही हैं। जनता के मन में हमेशा विश्वास होता था कि अगर हमारे पास कुछ नहीं है तो संविधान हमारी सुरक्षा करेगा, लेकिन आज आम लोगों के बीच यह धारणा बनती चली जा रही है कि सरकार सिर्फ अडानी के मुनाफे के लिए चल रही है। देश में तेजी से गैर-बराबरी बढ़ती जा रही है। जो गरीब है, वह और गरीब होता जा रहा है। जो अमीर है, वह और अमीर होता जा रहा है। इस सरकार ने आर्थिक न्याय सुरक्षा के कवच को भी तोड़ दिया है। (Congress MP Priyanka Gandhi)
संविधान ने आर्थिक न्याय की नींव डाली: प्रियंका
प्रियंका ने कहा कि हमारे संविधान ने आर्थिक न्याय की नींव डाली, किसानों, गरीबों और जरूरतमंदों को जमीन बांटी। जवाहरलाल नेहरू जी ने HAL, BHEL, SAIL, GAIL, ONGC, NTPC, RAILWAYS, IIT, IIM… जैसे तमाम PSUs और संस्थाएं बनाई। उनका नाम पुस्तकों से मिटाया जा सकता है, लेकिन राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को इस देश से कभी नहीं मिटाया जा सकता। 75 साल में जनता का भरोसा रहा कि नीतियां, उनकी भलाई के लिए बनेंगीं। आदिवासियों को जल-जंगल-जमीन का अधिकार मिला। इंदिरा जी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण करवाया। कांग्रेस की सरकारों में शिक्षा और भोजन का अधिकार मिला। किसान और आदिवासी भाई-बहन ये भरोसा करते थे कि अगर कानून में संशोधन होगा तो उन्हीं की भलाई के लिए होगा। (Congress MP Priyanka Gandhi)
महिलाओं की शक्ति को वोट में परिवर्तित किया: प्रियंका
वायनाड सांसद ने कहा कि हमारे संविधान ने महिलाओं की शक्ति को वोट में परिवर्तित किया, जिससे आपको पता चल रहा है कि नारी शक्ति के बिना सरकारें नहीं बन सकतीं। इसलिए आज आप नारी शक्ति की बातें दोहरा रहे हैं, लेकिन नारी शक्ति के लिए जो अधिनियम लाए हैं, उसे लागू नहीं कर रहे। आप उस अधिनियम को आज लागू क्यों नहीं करते? पूरे देश की जनता जानती है कि BJP के पास ‘वॉशिंग मशीन’ है, जो विपक्ष से सत्ता की ओर जाता है, उसके दाग धुल जाते हैं। मुझे यहां मेरे कई पुराने साथी सत्ता पक्ष की तरफ दिख रहे हैं, जो शायद अब वॉशिंग मशीन में धुल गए हैं। ये देश कायरों के हाथ में ज्यादा देर तक कभी नहीं रहा है। यह देश उठेगा, लड़ेगा और सत्य मांगेगा। (Congress MP Priyanka Gandhi)
भय का भी अपना एक स्वभाव होता है: प्रियंका
उन्होंने कहा कि मैं सदन को याद दिलाना चाहती हूं कि ऐसा डर का माहौल देश में अंग्रेजों के राज में था। जब इस तरफ बैठे हुए गांधी जी की विचारधारा वाले लोग आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे, तो उस तरफ की विचारधारा वाले लोग अंग्रेजों के साथ साठगांठ कर रहे थे, लेकिन भय का भी अपना एक स्वभाव होता है। भय फैलाने वाले खुद भय का शिकार बन जाते हैं। यही प्रकृति का नियम है। आज भय फैलाने वाले खुद भय में रहने लगे हैं। ये चर्चा से डरते हैं, आलोचना से घबराते हैं। हम कई दिनों से चर्चा की मांग कर रहे हैं, लेकिन इनमें चर्चा करने की हिम्मत नहीं है, जहां भाई-चारा और अपनापन होता था, वहां घृणा और शक के बीज बोए जा रहे हैं। (Congress MP Priyanka Gandhi)
सबका मुंह बंद कराया जाता है: प्रियंका गांधी
प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में संविधान को माथे पर लगाते हैं, लेकिन जब संभल, हाथरस और मणिपुर में न्याय की गुहार उठती है तो उनके माथे पर शिकन नहीं आती, जिस मोहब्बत की दुकान पर सरकार के लोगों को हंसी आती है, उसके साथ देश के करोड़ों लोग चले। सत्ता पक्ष के लोग 75 साल की बात करते हैं। उन्हीं वर्षों में देश की जनता ने खुलकर आलोचना की, निडर होकर धरने दिए और नेताओं से जवाब मांगा। आज जनता को सच बोलने से डराया-धमकाया जाता है। पत्रकार हो या विपक्ष का नेता या फिर किसी यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर-सबका मुंह बंद कराया जाता है। विपक्ष के नेताओं पर ED, CBI, IT की जांच लगाई जाती है, झूठे आरोप लगाकर जेल भेज दिया जाता है। इस सरकार ने किसी को नहीं छोड़ा। इनकी मीडिया की मशीन झूठ फैलाती है और आरोप लगाती है। ये सरकार आर्थिक न्याय का सुरक्षा कवच तोड़ रही है। (Congress MP Priyanka Gandhi)
महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही जनता: प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा कि ये सरकार महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही हमारी जनता को क्या राहत देती है? कृषि के कानून भी बड़े उद्योगपतियों के लिए बन रहे हैं। किसानों को MSP तो छोड़ए, DAP तक नहीं मिल रहा है। वायनाड से लेकर ललितपुर तक देश का किसान परेशान है। उसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। हिमाचल के छोटे-छोटे किसान रो रहे हैं, क्योंकि एक व्यक्ति के लिए सब कुछ बदला जा रहा है। वायनाड में जो आपदा आई, उसमें एक लड़के ने 6 घंटों तक अपनी मां को बचाने की कोशिश की। इन बच्चों और महिलाओं का साहस, संभल के बच्चों का साहस.. ये साहस इस संविधान की देन है। ये आत्मविश्वास इस संविधान ने दिया है। ये देश भय से नहीं चल सकता, ये देश साहस से ही चलेगा। मोदी सरकार सिर्फ अडानी के मुनाफे के लिए चल रही है। (Congress MP Priyanka Gandhi)