गुढ़ियारी में 17 से 23 जनवरी तक श्रीराम कथा का आयोजन, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सुनाएंगे कथा

Pandit Dhirendra Shastri: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में श्रीराम कथा का आयोजन होने जा रहा है। बागेश्वरधाम के नाम से प्रसिद्ध पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इस कथा का वाचन करेंगे। 17 से 23 जनवरी तक दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक इस कथा का आयोजन होगा। 20 और 21 जनवरी को सुबह 9 से 11 बजे तक दिव्य दरबार का लगेगा, जिसमें पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भक्तों की समस्या का समाधान करेंगे।

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कार्यक्रम का आयोजन ओमप्रकाश मिश्रा और हनुमान मंदिर ट्रस्ट समिति गुढ़ियारी कर रहे हैं। कार्यक्रम का आयोजन गुढ़ियारी के दही हांडी मैदान में होगा। आयोजन की व्यवस्था पर अरुण मिश्रा ने कहा कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लोगों को बिठाया जाएगा। इस बार किसी भी तरह के पास की व्यवस्था नहीं की गई है। मैदान में लगभग 60 से 70 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। (Pandit Dhirendra Shastri)

पहले आओ पहले पाओ के आधार पर एंट्री

सुरक्षा के लिहाज से भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। कथा समाप्त होने के बाद पंडाल खाली करवा दिया जाएगा। इस बार किसी भी व्यक्ति के ठहरने या भोजन की व्यवस्था भी नहीं की गई है। बता दें कि उनके बागेश्वर धाम महाराज के दरबार में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटती है। उनके प्रशंसक बताते हैं कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने दरबार में किसी भी अनजान व्यक्ति को बुलाते हैं। जब तक वह उनके करीब पहुंचता है पंडित महाराज उस व्यक्ति का नाम और उसका पता एक पर्चे पर लिख देते हैं। लोग इस बात से हैरान हैं कि जब कोई इतना दूर से आया है, जिसके बारे में पंडित जी को कुछ नहीं पता है वह कैसे एक पर्चे में एक व्यक्ति के बारे में बता सकते हैं। (Pandit Dhirendra Shastri)

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पंडित धीरेंद्र कृष्ण महाराज दरबार में ही उस व्यक्ति की परेशानियों को बता देते हैं और उसका जीवन काल कैसे बीता यह भी उसे बता देते हैं। वह उनके पिता और उनके बेटे के बारे में भी सारी जानकारी बता देते हैं। महाराज अपने प्रशंसक की परेशानियों का निवारण भी बताते हैं। बागेश्वर धाम महाराज के दरबार में हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। भक्त और प्रशंसक बताते हैं कि महाराज के पास अर्जी किस्मत से लगती है और इसके लिए कई दिनों का इंतजार भी करना पड़ता है। इतना ही देश विदेश से भी भक्त लोग उनसे मिलने पहुंचते हैं। (Pandit Dhirendra Shastri)

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