छत्तीसगढ़ में तेजी से फैल रहा आई फ्लू का वायरस, दो दिन में 500 से ज्यादा मरीज मिले
Eye Flu News: छत्तीसगढ़ में आई फ्लू यानी कन्जक्टिवाइटिस वायरस तेजी से फैल रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में लोग आंख के संक्रमण से परेशान है। दुर्ग जिले में अस्पताल पहुंचने वाला हर चौथा मरीज कन्जक्टिवाइटिस यानी आंख के संक्रमण से परेशान है। ये बीमारी बच्चों में तेजी से फैल रही है। बिलासपुर जिले में बीते दो दिनों के अंदर 500 मरीज मिले हैं। दुर्ग जिले में स्वास्थ्य विभाग प्रभावित इलाके में शिविर लगाकर जांच कर रहा है। दो दिन पहले खुर्सीपार क्षेत्र के शिवाजी नगर में शिविर लगाया गया था, जिसमें दो घंटे के अंदर ही कन्जक्टिवाइटिस के 70 से ज्यादा मरीज पहुंच गए थे।
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मरीजों में बच्चों से लेकर, गर्भवती महिलाएं, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे। खुर्सीपार प्रभारी डॉक्टर के मुताबिक अधिकतर मरीज आखों में ज्यादा लालिमा और दर्द की समस्या को लेकर पहुंचे थे। बिलासपुर शहर समेत पूरे जिले में पिछले दो दिनों में आई फ्लू के 500 से ज्यादा मरीज मिल चुके है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों में अलर्ट जारी किया है। शहर में रोजाना 40 से 50 केस सामने आ रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएमएचओ डॉ राजेश शुक्ला ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करने के साथ ही मरीजों में आई ड्रॉप का वितरण करने के लिए कहा है। वहीं इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया जा रहा है। स्कूली बच्चों में संक्रमण न फैले इसके लिए प्राइवेट स्कूल प्रबंधन ने पीड़ित बच्चों को स्कूल नहीं भेजने की हिदायत दी है। (Eye Flu News)
कवर्धा में भी आई फ्लू तेजी से फैल रहा है, जिसके बचाव के लिए कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिलेवासियों से एहतियात बरतने की अपील की है। इसके बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार और सावधानी रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं। कंजक्टिवा आंख की पारदर्शी झिल्ली है, जिसके संक्रमित होने से कंजक्टिवाइटिस होता है, जिसे पिंक आई भी कहते हैं। जिले में इन दिनों बहुत तेजी से आई फ्लू कंजेक्टिविटस वायरस गांव और शहरी क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है। इसमें सभी वर्ग के लोग चाहे बच्चा हो या बुजूर्ग संक्रमित हो रहे हैं। जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि कृपया सावधानी बरते और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाएं। इस बीमारी से भीड़ में जाने, स्कूल और कॉलेज जाने वाले बच्चों में इसका जोखिम ज्यादा रहता है। संक्रमित होने से बचने के लिए भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। (Eye Flu News)
आई फ्लू के लक्षण
आंखों में सूजन, लालपन, खुजली, दर्द, सुबह के समय पलकों का चिपकना, किचड और लालिमा है। ज्यादातर संक्रमण वायरस और बैक्टेरिया की वजह देखा जा रहा है। इस मौसम में बारिस के गंदे पानी के वजह से संक्रमण होता है। यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। प्रभारी CMHO डॉ महेश सूर्यवंशी ने बताया कि आई फ्लू से पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहनकर रखें, टीबी या मोबाइल देखने से बचे, आंखो को बार बार छुने से बचे, आंखों को सॉफ करने के लिए गंदे कपडे का इस्तेमाल न करें, आंखों को छुने के बाद हाथों को साबुन से धायें या सेनिटाइज करें, सोने वाले तकिया का उपयोग संक्रमित व्यक्ति का न करें, अपना चश्मा, रूमाल गमछा का उपयोग दूसरों को न करने दें। घर में एक व्यक्ति को होने पर अन्य व्यक्तियों के लिए सावधानी बरतें।
आई फ्लू को फैलने से रोकने के उपाय
गरम गुनगुना पानी से आंखों की कम से कम दो बार सेकाई करें, आंखों को बिल्कुल न रगडें। आंख में बार-बार पानी की छिड़काव न करें इससे संक्रमण में सुधार कम होता है,। जिनका मोतियाबिंद आपरेशन हुआ है वह व्यक्ति विशेष सावधानी बरते हमेशा चश्मा लगाकर रखें। स्कूली बच्चे जहां पर संक्रमित हुए है, उन्हें ठीक होने तक स्कूल न भेजे ताकि संक्रमण अन्य छात्रों तक न फैले। कार्यालयीन कर्मचारी संक्रमित हुए हैं तो उन्हें भी नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क कर सलाह लें। इन सावधानियों को अपना कर इस बीमारी के संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्तियों को आंखो में इस प्रकार की लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर संपर्क करें और जिला चिकित्सालय के नेत्र विशेषज्ञ डॉ क्षमा चोपड़ा, नेत्र सहायक अधिकारी मनीष जॉय +91-9425563028, धीरेन्द्र शर्मा +91-8085615659, अश्वनी शर्मा +91-9893605249 से संपर्क कर सकते हैं। (Eye Flu News)