राजस्थान के CM अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का केस, जानिए क्या है पूरा मामला

Gajendra Shekhawat and Gehlot: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि लगभग 3 साल तक CM गहलोत ने मेरा नाम कई अवसर पर एक ऐसी कोऑपरेटिव सोसाइटी के साथ जोड़कर चरित्र हनन करने की कोशिश की, जिसका न तो मैं और न ही मेरे परिवार का कोई प्राथमिक सदस्य, डिपॉसिटर है। उन्होंने जोधपुर में मुझे इस मामले में अभियुक्त करार दिया है। उन्होंने न सिर्फ मेरा चरित्र हनन करने की कोशिश की, बल्कि मेरी दिवंगत मां को भी अभियुक्त करार दिया, जिसके चलते मैंने धारा 500 के तहत मानहानि का मुकदमा दायर किया है।

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वहीं मानहानि मुकदमे को लेकर राजस्थान CM अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत के मानहानि केस का हम स्वागत करेंगे, कम से कम इसी बहाने ये केस आगे बढ़ेगा। जिन 2-3 लाख गरीबों के पैसे डूबे हैं उनका पैसा कहां गया? वो खुद मुजरिम हैं, उनकी पत्नी, साला, पिता जी और माता जी का नाम है। इन्हें शर्म आनी चाहिए थी, मंत्री बनने के बाद इन्हें आगे बढ़कर लोगों से बात करनी चाहिए थी। ये केस आगे बढ़ेगा तो गरीबों का ये मुद्दा राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा। मैं चाहता हूं कि PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह तक ये बात जाए। (Gajendra Shekhawat and Gehlot)

दरअसल, फरवरी में अपने जोधपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सर्किट हाउस में संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े पीड़ितों से मुलाकात की थी, जो करोड़ों रुपये का निवेश करने के बाद दर-दर भटक रहे थे। इस दौरान पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि इस स्कैम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित पक्ष की बातों को ध्यान में रखकर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने केंदीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को संजीवनी घोटाले में दोषी बताया था। उन्होंने साथ ही ये भी कहा था कि उनके माता-पिता, पत्नी और साला भी इस मामले में आरोपी है।  (Gajendra Shekhawat and Gehlot)

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