3 परिवार के 24 से ज्यादा लोगों ने की घर वापसी, फिर अपनाया अपना मूल धर्म

24 logon Ki Gharwapsi: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण की बढ़ती संख्या के बीच बस्तर के लोहंडीगुड़ा, बास्तानार और दरभा इलाके में 2 दिनों के अंदर 3 परिवार के 24 से ज्यादा लोगों ने अपना पुराना धर्म फिर से अपना लिया है। लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के मारीकोड़ेर में एक परिवार के 6, दरभा के कटेनार में 9, डिलमिली में 4 और बास्तानार इलाके में 5 धर्मांतरित ग्रामीणों ने रीति रिवाज से अपने समाज में प्रवेश किया।

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गांव के पुजारी, सिरहा, कोटवार, पटेल और अन्य ग्रामीणों के सामने इन परिवारों ने मूल धर्म को अपनाया। बता दें कि 6 से 9 साल पहले इन ग्रामीणों ने धर्मांतरण कर दूसरा धर्म अपना लिया था, जो वापस आपने धर्म में लौट आए हैं। इससे पहले 20 जनवरी 2023 को महासमुंद जिले के बसना नगर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में आयोजित घर वापसी कार्यक्रम में संयोजक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, संपत अग्रवाल, आचार्य राकेश,कपिल शास्त्री, तारा कांत प्रधान,चतुर्भुज आर्य, वासुदेव शास्त्री,घनश्याम द्वीप,रामचंद्र अग्रवाल, प्रद्युमन सिंह के द्वारा बुलंदशहर उत्तर प्रदेश के पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज महाराज के उपस्थिति में 1100 लोगों की घर वापसी हुई थी। (24 logon Ki Gharwapsi)

1100 लोगों ने की थी घर वापसी

तांबे के पात्र में गंगा जल डालकर पैरों को धुलवा कर घर वापसी करवाई गई थी। घर वापसी करने वाले लोगों को पंडित हिमांशु कृष्ण महाराज ने हिंदू धर्म की शपथ दिलाई थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि आज से आप सनातनी हैं। वहीं लोगों का कहना था कि वे सभी भटक गए थे। इसलिए उन्होंने धर्म छोड़ दिया था। घर वापसी कार्यक्रम बसना नगर के दशहरा मैदान में कराया गया, जिसमें हिंदू रीति रिवाज के साथ हवन पूजन, शुद्धिकरण कराया गया और इसके बाद हिन्दू धर्म अपनाने के लिए शपथ दिलाई गई। इसके बाद पंडितों ने मंत्र उच्चारण करते हुए सैकड़ों हिंदुओं की घर वापसी कराई। (24 logon Ki Gharwapsi)

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