Hariyali Amavasya: हरियाली अमावस्या आज, भगवान शिव और मां पार्वती की होती है अराधना

Hariyali Amavasya:आज यानी 28 जुलाई को हरियाली अमावस्या है। सावन अमावस्या को ही हरियाली अमावस्या कहा जाता है। सावन की अमावस्या हरियाली का प्रतीक है। हरियाली अमावस्या पर स्नान, दान, पितृशांति के तर्पण के अलावा पौधा लगाने की भी परंपरा है। सावन में आने वाली इस अमावस्या के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की उपासना का भी विधान है। घर की सुख-शांति के लिए हरियाली अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार की हरियाली अमावस्या बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन तीन राजयोग भी बन रहे हैं। हरियाली अमावस्या की तिथि 27 जुलाई 2022 रात 09 बजकर 11 मिनट से शुरू हो गई है, जो 28 जुलाई 2022 रात 11 बजकर 28 मिनट तक चलेगी।

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इस बार हरियाली अमावस्या पर तीन राजयोग बन रहे हैं। ज्योतिष के मुताबिक इस दिन शनि से शश राजयोग, मंगल ग्रह से रुचक राजयोग और बृहस्पति ग्रह हंस राजयोग बनेंगे। साथ ही इस दिन गुरु पुष्य का शुभ योग भी बन रहा हैं। पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना जाता है इसलिए इस योग में तर्पण, पिंडदान करना पुण्यकारी माना गया है। गुरु पुष्य योग में किए शुरु किए शुभ काम में सफलता मिलती है। हरियाली अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान का बहुत महत्व है। बारिश का मौसम होने से नदियों का बहाव तेज होता है ऐसे में आप घर में पानी में पवित्र नदी का जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। हरियाली अमावस्या इस बार गुरुवार को है ऐसे में शिव-पार्वती की निमित्त पूजन के साथ श्रीहरि भगवान विष्णु का भी केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें। (Hariyali Amavasya)

शिव का रुद्राभिषेक करना बहुत उत्तम

ज्योतिष के मुताबिक शिवलिंग पर जल अर्पित करें और ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इस दिन शिव का रुद्राभिषेक करना बहुत उत्तम माना जाता है। पीपल के पेड़ का पूजन कर घी का दीपक जलाएं। हरियाली अमावस्या पर पितृशांति के लिए ये पूजा विधि बहुत फलदायी है। हरियाली अमावस्या पर पितरों के नाम से पीपल, नीम, आंवला, तुलसी का पेड़ लगाएं और उसकी देखभाल का संकल्प लें। इससे पितर प्रसन्न होते हैं। व्रत के बाद गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें और भोजन कराएं। इसका दूरगामी परिणाम मिलता है। अमावस्या पर दान करने का महत्व है। ऐसे में हरियाली यानी कि सावन की अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए गरीबों को कपड़े और अन्न का दान करना चाहिए। (Hariyali Amavasya)

हरियाली अमावस्या पर करें पौधारोपण

हरियाली अमावस्या पर पौधारोपण करने से पितर बहुत खुश होते हैं। इस दिन पीपल, बड़, आंवले, नीम का पौधा लगाएं और उसकी देखभाल का संकल्प लें। पितरों की शांति से घर में खुशहाली आती है ऐसे में हरियाली अमावस्या के दिन आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं। साथ ही नदी में काले तिल प्रवाहित करें। पितरों का ध्यान कर पीपल के पेड़ में जल में काले तिल, चीनी, चावल और फूल डालकर अर्पित करें और ऊं पितृभ्य: नम: मंत्र का जाप करें। ये उपाय शुभ फल प्रदान करता है। बता दें कि गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा होती है। (Hariyali Amavasya)

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