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Hypertension Day: तनाव और मोटापे से बढ़ रहा हाई ब्लड प्रेशर, सामने आए मरीजों के चौकाने वाले आंकड़े

Hypertension Day: हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप एक खतरनाक बीमारी है, जिसका खतरा छत्तीसगढ़ के युवाओं में लगातार बढ़ रहा है। हाई ब्लड प्रेशर बढ़ने की मुख्य वजह अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही है। डॉक्टर्स के मुताबिक हाइपरटेंशन की वजह से युवाओं में दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल की जनरल मेडिसीन OPD में रोज 500 मरीज आ रहे हैं, जिनमें से 100 में ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी सामने आ रही है।

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वहीं शासकीय आयुर्वेद कॉलेज चिकित्सालय के OPD में रोजाना 50 से ज्यादा ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनको दूसरी बीमारियों के साथ BP (Hypertension Day) भी है। चौंकाने वाली बात ये है कि ज्यादातर मरीजों में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। मनोचिकित्सकों के मुताबिक कोरोना काल में तनाव, डिप्रेशन बढ़ने से भी BP के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

युवाओं में सबसे ज्यादा शिकायत

मनोचिकित्सकों का कहना है कि युवा रात-रातभर मोबाइल देखने के आदी हो रहे हैं, जिसके कारण दिनचर्या में फर्क पड़ रहा है, जिसकी एक कारण ये भी है। सरकारी दिल के अस्पताल ACI में आने वाले मरीजों में हाइपरटेंशन (Hypertension Day) की वजह से दिल बीमारी के मरीज ज्यादा निकल रहे हैं। हार्ट फेलियर के मरीजों में भी ये एक बड़ी वजह है। पहले जहां 50 साल की उम्र में BP की बीमारी देखी जाती थी, वह अब 25 से 45 साल के उम्र में देखी जा रही है।

हाई ब्लड प्रेशर के कारण

बीते कुछ सालों में ये ट्रेंड देखा जा रहा है। डॉक्टर 30 साल की उम्र के बाद नियमित जांच की सलाह दे रहे हैं। हाई ब्लड प्रेशर का कारण नमक की अधिक मात्रा में सेवन करना, अनियमित दिनचर्या, अनियमित खानपान, तनाव, धूम्रपान या नशीले चीजों का सेवन करना और अत्यधिक वजन का बढ़ना है।

हाई ब्लड प्रेशर के रोकथाम और इलाज

हाई ब्लड प्रेशर के रोकथाम के लिए ताजी साग-सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। नमक का कम उपयोग करना चाहिए। नशीले और धूम्रपान जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। नियमित समय पर डॉक्टर से जांच और परामर्श कराना चाहिए। व्यायाम को डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से करना चाहिए, जिससे आप हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से निजात पा सकते हैं।

‘BP को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी’

सरकारी दिल के अस्पताल के HOD ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट फेलियर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए ब्लड प्रेशर (Hypertension Day) को नियंत्रित रखना जरूरी है। हमारे पास हार्ट फेलियर के जितने भी मरीज आते हैं उनमें से 40 से 60 प्रतिशत मरीज हाई बीपी वाले होते हैं। इसके लिए नियमित रूप से वॉकिंग और रूटीन चेकअप जरूरी है। रायपुर के शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के डॉक्टर अरूणा ओझा ने बताया कि काय चिकित्सा OPD में रोजाना 50 से ज्यादा ऐसे मरीज आते हैं, जिनको दूसरी बीमारियों के साथ हाइपरटेंशन है।

हाइपरटेंशन को कहा जाता है साइलेंट किलर

उन्होंने कहा कि ये बीमारी जीवन शैली से जुड़ी है, जो अनियमित जीवनशैली, असंतुलित आहार, मोटापा, शारीरिक श्रम का अभाव, नीद की कमी, तनाव , क्रोध, धूम्रपान, अल्कोहल सेवन से हो सकता है। सामान्यतया हाई ब्लड प्रेशर के रोगी में कोई लक्षण नहीं मिलता। ऐसे में रोगी इसके प्रति सजग नहीं रहता है। इसलिए एक स्वस्थ व्यक्ति को भी नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जांच कराते रहना चाहिए। हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर भी कहा जाता है।

लोगों में जागरूकता की कमी

इस बीमारी से ग्रस्त 90 प्रतिशत लोगों को हाइपरटेंशन के कारण के बारे में भी जानकारी नहीं है। अधिकतर लोगों को तो ये भी मालूम नहीं है कि उन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत है। इस वजह से स्थिति के और भी गंभीर होने की आशंका बढ़ जाती है। वैसे तो हर तीसरा व्यक्ति हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित है बावजूद इसके करीब 90 प्रतिशत लोगों में इस बीमारी को लेकर जागरुकता की कमी है। हाई BP पर अगर समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो इसकी वजह से कई दूसरी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें।

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