वॉटर टैंक में मिली 30 बंदरों की लाश, 10 दिनों तक पानी में तैरता रहा शव

Monkey Death in Nalgonda: तेलंगाना के नलगोंडा जिले में स्थित एक पानी की टंकी में 30 बंदरों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है, जिस टंकी में बंदरों का शव मिला है, उससे 200 घरों में पानी सप्लाई किया जाता था। जानकारी के मुताबिक मामला नलगोंडा इलाके के नंदीकोंडा नगर पालिका वार्ड का है। मामला तब सामने आया जब आसपास के रहने वाले लोगों ने पानी से बदबू आने की शिकायत की। इसके बाद मामला दर्ज हुआ और जांच शुरू की गई। पुलिस का कहना था कि जब जांच शुरू हुई तब उन्होंने देखा कि पानी में बंदरों की लाशें तैर रही थीं। सभी लाशों को नगर निगम कर्मचारियों ने बाहर निकाला।

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वार्ड लोगों का कहना है कि नलगोंडा में अधिकारियों की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ। मामले में जांच के दौरान पता चला कि यह घटना लापरवाही की वजह से हुई। 10 दिनों से बंदरों की लाशें टैंक के अंदर थीं। टैंक का ढक्कन खुला रह गया था। जब बंदर पानी पीने गए तो वे उसमें फंस गए और डूबने की वजह से उनकी मौत हो गई। फिलहाल विभाग लोगों के लिए पानी सप्लाई की व्यवस्था कर रहा है। वहीं तेलंगाना के पूर्व मंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के विधायक केटी रामाराव ने कहा कि रेवंत रेड्डी सरकार ने लोगों की सेहत से ज्यादा राजनीति पर ध्यान दिया। (Monkey Death in Nalgonda)

उन्होंने कहा कि तेलंगाना नगर निगम में मामलों की कितनी खराब स्थिति है। समय-समय पर होने वाली साफ-सफाई के लिए बनाए प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किया जा रहा है। वहीं नलगोंडा जिले के नागार्जुन सागर हिल कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने इस लापरवाही के लिए नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि गर्मी के दिनों में बंदर पानी पीने के लिए टंकियों में अंदर घुस जाते हैं और पानी पीकर वापस भाग जाते हैं। जबकि कई बार पानी में ही रहकर अपनी गर्मी दूर करते हैं। इस मामले में कहा जा रहा है कि बंदर पानी पीने के लिए आए होंगे। इसके बाद टंकी से बाहर नहीं निकल पाए, जिसकी वजह से बंदरों की मौत हो गई। (Monkey Death in Nalgonda)

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