कूनो नेशनल पार्क में फिर एक मादा चीता धात्री ने तोड़ा दम, अब तक 9 चीतों की मौत
Female Cheetah Dhatri Death: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच एक और मादा चीता धात्री की मौत हो गई है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक असीम श्रीवास्तव ने कहा कि धात्री (टिबलिसी) सुबह मृत पाई गई। मौत की वजह पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। बता दें कि 26 मार्च से अब तक 9 चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें तीन शावक भी शामिल हैं, जिनका जन्म कूनो में हुआ था। इसके पहले कूनो प्रबंधन ने प्रेस नोट जारी कर कहा था कि कूनो नेशनल पार्क में बाड़े में रखे गए 14 चीते (7 नर, 6 मादा और 1 शावक) स्वस्थ हैं। कूनो और नामीबिया के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट्स लगातार उनका हेल्थ चेकअप कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें:- छत्तीसगढ़ के संविदाकर्मियों को मिलेगा एकमुश्त वेतन वृद्धि, वित्त विभाग ने जारी किए निर्देश
वहीं खुले जंगल में घूम रहीं दो मादा चीता पर निगरानी रखी जा रही है और उनको बाड़े में लाने के प्रयास जारी हैं। इन दोनों में से एक मादा चीता टिबलिसी सुबह मृत पाई गई। धात्री (टिबलिसी) कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रही थी। उसे हेल्थ चेकअप के लिए लाया जाना था, पिछले 10 दिनों से वन विभाग की टीम उसे तलाश रही थी। बता दें कि भारत में 70 साल बाद चीतों की वापसी हुई थी। पहली खेप में नामीबिया से 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें बाड़े में रिलीज किया था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कूनो लाए गए थे। यानी कुल मिलाकर नामीबिया और साउथ अफ्रीका से 20 चीते लाए गए थे। (Female Cheetah Dhatri Death)
मध्य प्रदेश: कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आज सुबह मादा चीता 'धात्री' मृत पाई गई। मौत के मामले का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। https://t.co/rtemm94VKe pic.twitter.com/E41YrP3dzQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 2, 2023
वहीं नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया था। पहले तीन चीतों और फिर एक-एक कर 3 चीता शावकों की मौत हो गई। सबसे पहले 26 मार्च को नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की किडनी इन्फेक्शन से मौत हुई थी। इसके बाद 23 अप्रैल को साउथ अफ्रीका से लाए गए चीता उदय ने दम तोड़ दिया था। वहीं 9 मई को दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता दक्षा की मौत हो गई थी। जबकि 23 मई को नामीबिया से लाई गई ज्वाला के एक शावक की मौत हुई। इसी तरह 25 मई को ज्वाला के दो और शावकों की जान चली गई। 11 जुलाई को चीते तेजस की मौत हो गई थी। इसके बाद 14 जुलाई को चीता सूरज ने दम तोड़ दिया। वहीं 2 अगस्त को मादा चीता धात्री ने दम तोड़ दिया। (Female Cheetah Dhatri Death)
प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मृत्यु का समाचार आया है। जब से प्रधानमंत्री ने चीतों को यहां छोड़ा है, तब से अब तक नौ चीतों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार लगातार इस बात पर अड़ी हुई है कि वह अन्य किसी जगह पर चीतों को नहीं बसाएगी।
बेगुनाह वन्य प्राणियों को अपने राजहठ…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 2, 2023
लगातार हो रही चीतों की मौत की वजह से कूनो प्रबंधन पर सवाल उठा रहे हैं। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कूनो में हो रही चीतों की मौत को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- कूनो में लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद भी सरकार इस बात पर अड़ी है कि वह चीतों की शिफ्टिंग नहीं करेगी। बेगुनाह वन्य प्राणियों को राजहठ की भेंट चढ़ाना निंदनीय है। वहीं चीतों की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर की थी। साथ ही चीतों को दूसरी जगह पर शिफ्ट करने की सलाह दी थी। कूनो नेशनल पार्क में अब सिर्फ 15 चीते बचे हैं। इनमें 7 नर, 6 मादा और 1 मादा शावक बाड़े में है और स्वस्थ है। एक मादा चीता अभी खुले जंगल में घूम रही है। (Female Cheetah Dhatri Death)