Maharashtra Cabinet Ka Vistar: 40 दिनों बाद हुआ शिंदे कैबिनेट का विस्तार, जानिए किसे मिली जिम्मेदारी

Maharashtra Cabinet Ka Vistar: महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के 40 दिनों बाद आखिरकार शिंदे कैबिनेट का विस्तार हो गया है। BJP और शिंदे गुट से 9-9 विधायकों को शपथ दिलाई गई है। शपथ लेने वालों में BJP की ओर से चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, राधा कृष्ण विखे पाटिल, गिरीश महाजन, सुरेश खाडे, रविंद्र चव्हाण, मंगल प्रभात, विजय कुमार गवित और अतुल सावे शामिल हैं। वहीं एकनाथ शिंदे खेमे से दादा भूसे, उदय सामंत, गुलाबराव पाटिल, तानाजी सावंत, संजय राठौड़ और संदीपन भूमारे ने शपथ ली। बता दें कि शिवसेना बागी नेता एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के अन्य विधायकों के साथ मिलकर उद्धव सरकार को गिरा दिया था।

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महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार के मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल 18 सदस्यों में से 17 पहले भी मंत्री रह चुके हैं। मंगलवार को कुल नए 18 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें एक भी महिला शामिल नहीं है। राज भवन में हुए समारोह में 18 मंत्रियों ने शपथ ली है, जिनमें से महज एक सदस्य पहली बार मंत्री बना है। मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है। नए मंत्रियों में शिवसेना के संजय राठौड़ शामिल हैं, जो उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में वन मंत्री थे और भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक महिला की आत्महत्या के लिए उन पर आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। (Maharashtra Cabinet Ka Vistar)

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल शामिल हैं, जो दो बार पार्षद रह चुके हैं तथा पश्चिमी महाराष्ट्र से विधायक हैं। वह 2014-19 के दौरान राजस्व एवं लोक निर्माण विभाग के मंत्री थे। गिरीश महाजन उत्तरी महाराष्ट्र से भाजपा नेता हैं और उन्होंने छह बार विधानसभा चुनाव जीता है। उन्हें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है। राधाकृष्ण विखे पाटिल अहमदनगर जिले से सात बार के विधायक हैं। वह 2014-19 के दौरान कांग्रेस में रहते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता थे, लेकिन 2019 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते। सुधीर मुन्गंतीवार विदर्भ के चंद्रपुर जिले से छह बार विधायक चुने गए हैं। 2014-19 के दौरान वह वित्त एवं वन मंत्री थे। (Maharashtra Cabinet Ka Vistar)

BJP के ही रवींद्र चह्वाण ठाणे जिले से तीन बार के विधायक हैं। वह 2014-19 के दौरान राज्य मंत्री रह चुके हैं। विजयकुमार गावित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) छोड़कर 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह पांच बार विधायक बन चुके हैं। वह उत्तरी महाराष्ट्र के नंदरबार जिले से आते हैं। अतुल सावे मराठावाड़ा से भाजपा के दो बार के विधायक हैं। वह राज्य में पहले मंत्री रह चुके हैं। मंगल प्रभात लोढ़ा मुंबई से भाजपा के पांच बार विधायक रह चुके हैं। वह पार्टी की मुंबई इकाई के अध्यक्ष भी हैं। प्रतिष्ठित बिल्डर लोढ़ा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में अपनी संपत्ति 441 करोड़ रुपये बतायी थी और राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं। (Maharashtra Cabinet Ka Vistar)

शिंदे गुट के 9 सदस्यों ने ली बैठक

शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बागी गुट के विधायकों में 9 सदस्यों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इनमें उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक गुलाबराव पाटिल शामिल हैं। वह उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाडी सरकार में मंत्री थे। उदय सामंत रत्नागिरी जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक हैं। वह एमवीए सरकार में मंत्री थे। शिवसेना के संदीपन भुमरे पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और वह मराठावाड़ा के औरंगाबाद जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह पूर्ववर्ती सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक दादा भुसे एमवीए सरकार में मंत्री थे। सातारा जिले से शिवसेना के तीन बार के विधायक शंभुराज देसाईण एमवीए सरकार में कनिष्ठ मंत्री थे। (Maharashtra Cabinet Ka Vistar)

केसरकार शिवसेना के तीन बार के विधायक

वहीं संजय राठौड़ यवतमाल जिले से चार बार शिवसेना के विधायक रहे हैं। उस्मानाबाद जिले से शिवसेना के विधायक तानाजी सामंत विधान परिषद के पूर्व सदस्य और पूर्व मंत्री हैं। अब्दुल सत्तार मराठावाड़ा से तीन बार के विधायक हैं। वह पहले दो कार्यकाल में कांग्रेस के साथ थे और 2019 में शिवसेना में शामिल हो गए थे। दीपक केसरकार शिवसेना के तीन बार के विधायक हैं। वह सिंधुदुर्ग जिले से आते हैं तथा पहले भी राज्य के मंत्री रह चुके हैं।

गौरतलब है कि 30 जून को एकनाथ शिंदे ने खुद CM पद की शपथ ले ली थी। साथ ही BJP नेता देवेंद्र फडणीस ने डिप्टी CM के रूप में शपथ ली थी। तभी से दोनों दो सदस्यीय कैबिनेट के रूप में काम कर रहे थे। इसे लेकर विपक्ष लगातार आलोचना कर रहा था। कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार के मुद्दे को लेकर देवेंद्र फडणवीस और शिंदे हाल के दिनों में कई बार दिल्ली गए थे। महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार के अवाला शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के बीच शिवसेना किसकी होगी इस बात को लेकर जंग और तेज होने वाली है।

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