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Mahashivratri 2022 : शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये 5 चीजें

Mahashivratri 2022 : शिव की उपासना का पावन पर्व महाशिवरात्रि पूरे विश्व में मौजूद महादेव के भक्त बड़ी ही धूम-धाम से मनाते हैं। भगवान शिव और माता पार्वती के शुभ विवाह का यह पर्व फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। आज महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) पर सभी शिव मंदिर पर रौनक छाई हुई है।

वैसे तो भगवान भोलेनाथ को श्रद्धा से चढ़ाया गया हर एक चीज प्रिय है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी है जिसे शिवलिंग पर कभी भूलकर भी नहीं चढ़ाना चाहिए। पौराणिक कथाओं में ऐसी मान्यता है कि कुछ चीजों को शिवलिंग पर अर्पित करने से दोष पड़ता है।

शिवलिंग पर कभी भूलकर भी नहीं चढ़ाएं ये चीजें-

केतकी के फूल- भगवान भोलेनाथ को चंपा या केतकी के फूल कभी भूलकर भी ना चढ़ाएं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव ने इन फूलों को श्राप दिया हुआ था।

शिवलिंग पर कुमकुम- शिवलिंग पर कभी भी कुमकुम का तिलक ना लगाएं। महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए चंदन का टीका लगा सकते हैं।

तुलसी के पत्ते- शिवलिंग पर कभी भी तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाना चाहिए। तुलसी विष्णु भगवान को प्रिय होती है। शिवलिंग से निकलने वाले जल को भी तुलती के पौधे या गमले पर प्रवाहित नहीं करना चाहिए।

टूटे हुए बेलपत्र- शिवरात्रि पर तीन पत्रों वाला बेलपत्र शिव को अर्पित करें और डंठल चढ़ाते समय आपकी तरफ हो. टूटे हुए या कटे-फटे बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए।

टूटे हुए चावल- भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाया जाना चाहिए। अक्षत का मतलब होता है अटूट चावल, यह पूर्णता का प्रतीक है। इसल‌िए श‌िव जी को अक्षत चढ़ाते समय यह देख लें क‌ि चावल टूटे हुए तो नहीं है।

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