छत्तीसगढ़ BJP को बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय ने दिया इस्तीफा
Nandkumar Sai resigned: छत्तीसगढ़ में कुछ ही महीने के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले BJP को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, BJP के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया पर उनका दर्द छलका है। उन्होंने लिखा कि पार्टी में मेरी छवि और गरिमा को लगातार आहत किया जा रहा था। मेरे लिए आत्मसम्मान सबसे पहले है। इसलिए मेरे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा। सोशल मीडिया पर साय का इस्तीफा भी वायरल हो रहा है। हालांकि इसके कुछ सेकंड बाद ही उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। इस्तीफे की बात पर साय की तरफ से कोई भी चर्चा मीडिया से नहीं की जा रही है।
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नंदकुमार साय ने ट्वीट करते हुए पार्टी से इस्तीफे की बात लिखी और संगठन के नेताओं को धन्यवाद दे दिया। नंदकुमार का इस्तीफा सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। साय के लेटर पैड का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि मेरे खिलाफ राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से षड्यंत्र किए गए। छवि धूमिल करने का काम किया गया। इसी से परेशान होकर इस्तीफा दे रहा हूं। वायरल लेटर पर यह भी लिखा गया है कि मुझे संगठन ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी इसके लिए धन्यवाद। (Nandkumar Sai resigned)
उसके अनुरूप अपने आत्मसम्मान को देखते हुए मेरे पास अन्य कोई विकल्प नही बचा है भारतीय जनता पार्टी में मेरे साथ कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं एवं साथियों का बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद।।
🙏🏼🙏🏼https://t.co/gYgwJL1HJe— Dr Nand Kumar Sai (@nandksai) April 30, 2023
एक बार फिर साबित हुआ कि भाजपा आदिवासी विरोधी है।
वरिष्ठतम आदिवासी नेताओं में से एक नंदकुमार साय जी का इस्तीफ़ा इसका ताज़ा सबूत है। pic.twitter.com/P43Xp33cMl
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) April 30, 2023
वहीं साय के इस्तीफ पर BJP प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि मुझे इस्तीफा मिला है। हमेशा से नंदकुमार साय संगठन के प्रमुख पदों पर रहे हैं। अगर किसी प्रकार की नाराजगी होगी तो उनसे चर्चा कर दूर कर ली जाएगी और उनका इस्तीफा वापस हो जाएगा। इधर, नंदकुमार साय के इस्तीफे पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने BJP पर तंज कसा है। कांग्रेस की ओर से ट्विटर पर पोस्ट किया गया है कि एक बार फिर साबित हो गया है कि भाजपा आदिवासी विरोधी है। साय का इस्तीफा इसका सीधा उदाहरण है। (Nandkumar Sai resigned)
नंद कुमार साय जी के इस्तीफे ने भाजपा का आदिवासी विरोधी चेहरा एक बार पुनः बेनकाब किया है।
भाजपा देश व प्रदेश की आदिवासी जनता का विश्वास पहले ही खो चुकी थी, अब भाजपा के सर्वोच्च आदिवासी नेता ने भी भाजपा से अविश्वास जता दिया है।#आदिवासी_विरोधी_भाजपा pic.twitter.com/zNfckuf4Z9
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) April 30, 2023