‘खूनी’ बावड़ी का खेल खत्म, बेलेश्वर मंदिर के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

Indore Temple Bulldozer Action: इंदौर में रामनवमी के दिन बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर की बावड़ी धंसने के मामले में अब जाकर प्रशासन निंद से जागा और बड़ी कार्रवाई की। दरअसल,  निर्माणाधीन मंदिर को तोड़ दिया गया है। साथ ही ‘खूनी’ बावड़ी को मलबे से भर दिया गया है। इस कार्रवाई के दौरान नगर निगम के 250 से ज्यादा कर्मचारी मौजूद थे। जबकि बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।  हादसे वाली जगह के अलावा नगर निगम की टीम ने तीन और जगहों पर ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें दूसरी कार्रवाई ढक्कन वाला कुआं, तीसरी कार्रवाई सुखलिया और चौथी कार्रवाई गडरा खेड़ी में की गई।

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कार्रवाई को लेकर जिला प्रशासन का कहना है कि निर्माणाधीन मंदिर और प्राचीन मंदिर का नगर निगम के पास रिकॉर्ड नहीं है। मंदिर वैध नहीं है, इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। बता दें कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के दिन बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि CM शिवराज सिंह चौहान के कड़े निर्देश के बाद इंदौर जिला प्रशासन, नगर निगम ने अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देश पर शहर में एक साथ चार स्थानों पर कार्रवाई की गई। (Indore Temple Bulldozer Action)

इधर, मंदिर का अतिक्रमण हटाने के विरोध में बजरंग दल और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। मंदिर के बाहर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था। प्रशासन ने ढक्कन वाला कुआं, सुखलिया और गाडराखेड़ी में भी धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण को हटाया। 30 मार्च यानी रामनवमी के दिन हवन के दौरान मंदिर की बावड़ी की छत धंसने से 60 लोग नीचे गिर गए थे। कुछ लोग खुद निकल आए और 20 लोगों को रेस्क्यू किया गया था। हादसे में घायल 12 लोगों को भंवरकुआं स्थित एप्पल हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। 6 लोग अभी भी भर्ती हैं। हादसे में मंदिर ट्रस्ट के सचिव मुरली सबनानी पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हुआ है। उसके बाएं पैर के घुटने का ऑपरेशन शनिवार को किया गया। वो भी खतरे से बाहर हैं। (Indore Temple Bulldozer Action)

जानकारी के लिए बता दें कि नगर निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक शहर में 629 कुएं-बावड़ी, जल स्त्रोत सूचीबद्ध हैं। निगम ने पिछ्ले दिनों हुई घटना के बाद अवैध निर्माण के खिलाफ मुहिम शुरू की है, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना ना हो। निगम ने रिकॉर्ड अनुसार 629 जल स्त्रोत का संबंधित क्षेत्र के भवन अधिकारी औक भवन निरीक्षक के माध्यम से सर्वे कराया और अब ये कार्रवाई की गई है। सर्वे में ये जानकारी निकाली गई कि किन जल स्त्रोत पर अवैध निर्माण या अतिक्रमण किया गया है। ऐसे निर्माण को निगम ने जनहित और सुरक्षा में हटाने की कार्रवाई शुरू की है। (Indore Temple Bulldozer Action)

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