Trending

Parliament of Religions: धर्म संसद में दिए गए बयानों से RSS ने बनाई दूरी, कहा- यह हिंदुत्व नहीं

Parliament of Religions: संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस और जो वास्तव में हिंदुत्व का पालन करते हैं, वे इसके गलत अर्थ में विश्वास नहीं करते हैं। धर्म संसद में कथित तौर हिंदू और हिंदुत्व पर कही बातों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने आपत्ति जताई है। एक कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि धर्म संसद (Parliament of Religions) में दिए गए अपमानजनक बयान हिंदू विचारधारा को परिभाषित नहीं करता है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि संघ का विश्वास लोगों को बांटने में नहीं बल्कि उनके मतभेदों को दूर करने में है। इससे पैदा होने वाली एकता ज्यादा मजबूत होगी। यह कार्य हम हिंदुत्व के जरिए करना चाहते हैं।

यह भी पढ़ें : Panjab Election: राहुल गांधी ने किया ऐलान, चरणजीत सिंह चन्नी होंगे पंजाब में कांग्रेस का सीएम चेहरा

दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख नागपुर में एक अखबार के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित ‘हिंदू धर्म और राष्ट्रीय एकता’ व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। भागवत ने रविवार को मुंबई में ‘राष्ट्रीय एकता और हिंदुत्व’ विषय पर एक कार्यक्रम में कहा कि धर्म संसद में जो बयान दिए गए वह शब्द कर्म हिंदू नहीं है। इस दौरान उन्होंने धर्म संसद के आयोजनों में कही गई बातों पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “धर्म संसद की आयोजनों में जो कुछ भी निकला, वह हिंदू शब्द की परिभाषा नहीं है। उसके पीछे हिंदू कर्म या हिंदू दिमाग था।”

यह भी पढ़ें : Petrol Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने जारी कर दिए पेट्रोल-डीजल के नए दाम, यहां करें चेक

बता दें, पिछले माह छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने कथित तौर पर महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके द्वारा दिए गए बयान पर रायपुर में एफआईआर दर्ज करवाया गया था। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। कई राज्यों में उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा पिछले साल दिसंबर में हरिद्वार में हुई धर्म संसद में मुसलमानों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया गया था।

Related Articles

Back to top button