पश्चिम बंगाल में हिंसा जारी, केंद्र ने ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट

Question to Mamta Government: पश्चिम बंगाल में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी पर हुई हिंसा और गिरती कानून व्यवस्था पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। दरअसल, BJP की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा था कि हाल ही में रामनवमी के जुलूस के दौरान राम भक्तों, सामान्य हिंदू लोगों और हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा हुई। ये सब सत्ताधारी TMC और इसकी लीडरशिप के सपोर्ट से हुआ।

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इधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में हिंसा भाजपा के पीछे भाजपा के गुंडे हैं। CM ने दीघा में कहा कि बंगाल में रामनवमी पर हुई हिंसा के लिए भाजपा जिम्मेदार है। उन्होंने कहा मुझे हर वक्त अलर्ट रहना होता कि ये लोग कब कहां जाकर दंगा करा दें। ये लोग समझते नहीं हैं। बंगाल के लोग दंगा पसंद नहीं करते हैं। दंगा करना बंगाल की संस्कृति नहीं है। हम दंगा नहीं करते हैं, आम लोग दंगा नहीं करते हैं। भाजपा दंगा भड़काने के लिए किराए के लोगों को लेकर आती है। किराए के गुंडों से दंगा कराया जाता है। (Question to Mamta Government)

सुकांता मजूमदार ने पत्र में लिखा कि सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पुलिस की भूमिका है, जो अपनी निष्पक्षता पूरी तरह खो चुकी है। पुलिस सामान्य लोगों, विशेष रूप से प्रभावित हिंदुओं के जीवन और संपत्ति की रक्षा करने के बजाय, अल्पसंख्यक समुदाय के अपराधियों की ओर आंख मूंदे बैठी है। जबकि CCTV फुटेज और वीडियो में अपराधियों को आसानी से पहचाना जा सकता है। पुलिस सिर्फ मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए अपराधियों का साथ दे रही है। (Question to Mamta Government)

पश्चिम बंगाल BJP प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि रामनवमी की हिंसा पूर्व नियोजित थी, क्योंकि बम एक दिन में नहीं बनते। राज्यपाल ने हमें रिषड़ा और उसके आस-पास इलाकों में जाने से मना किया। इसलिए हम वहां नहीं जाएंगे, लेकिन अगर कल की तरह वहां फिर हिंसा हुई तो हमें धरने पर बैठना पड़ेगा। हमने राज्यपाल से मुलाकात कर तत्काल केंद्रीय हस्तक्षेप की मांग की है क्योंकि पुलिस कानून व्यवस्था को संभाल नहीं पा रही है। इधर, भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ट्रेन से रिषड़ा पहुंची, जहां उन्होंने कहा कि यहां धारा 144 नहीं लगनी चाहिए। अगर 144 लगाया है तो मुझे कागज दिखाएं कि यहां धारा 144 लागू है। यह उनकी संपत्ति नहीं है। हम थाने में जाना चाहते हैं। दरअसल, कल रिषड़ा में हिंसा हुई थी, जिसके बाद भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी रिषड़ा पहुंची थी। (Question to Mamta Government)

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