केरल के मंदिरों में RSS की शाखा पर लगाई गई रोक, 1248 मंदिरों को सर्कुलर जारी

RSS Banned Kerala Temples: केरल के मंदिरों में RSS की शाखा पर रोक लगा दी गई है। केरल में मंदिरों का मैनेजमेंट संभालने वाले त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने सभी 1248 मंदिरों को सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मंदिरों में सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान और आयोजन ही कराए जाएं। किसी भी राजनीतिक गतिविधि या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा की परमिशन नहीं दी जाए। सर्कुलर में बोर्ड ने साफ किया कि आदेश का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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दरअसल, बोर्ड ने 30 मार्च 2021 और 2016 में भी सर्कुलर जारी किया था कि मंदिर परिसरों में पूजा-अनुष्ठान के अलावा किसी भी तरह के राजनैतिक आयोजन नहीं होंगे। नए निर्देश 18 मई को इसलिए जारी किए गए क्योंकि बोर्ड को पता चला था कि राज्य के कुछ मंदिरों में आदेश के बाद भी RSS के इवेंट हो रहे थे। इसलिए अब RSS की शाखा, हथियार प्रशिक्षण और अभ्यास पर रोक लगा दी गई है। (RSS Banned Kerala Temples)

देवस्वम बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि सिर्फ RSS ही नहीं, किसी भी संगठन या राजनीतिक दलों को पूजा-अनुष्ठान के अलावा मंदिर परिसर में कोई अन्य आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बोर्ड के अधिकारियों को इस तरह की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाने और मुख्यालय को रिपोर्ट करने के लिए कहा है। अगर इसके बाद भी मंदिरों में ऐसे आयोजन होते हैं तो आम लोग भी बोर्ड में शिकायत करें। (RSS Banned Kerala Temples)

केरल विधानसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता वीडी सतीशन ने कहा कि केरल में लगभग 90% हिंदू संघ परिवार के खिलाफ हैं। इसलिए मंदिर परिसर में किसी भी तरह की गतिविधि पर रोक सही है। CM पिनराई विजयन ने भी मंदिर परिसर में शाखाओं की फिजिकल ट्रेनिंग के लिए RSS की आलोचना की थी। BJP केरल उपाध्यक्ष केएस राधाकृष्णन ने मुख्यमंत्री पिनाराई के इस बयान पर कहा था कि पिनाराई को अपने परिवार के सदस्यों को संतुष्ट करना चाहते हैं। पिनाराई अपने दामाद, पीए मुहम्मद रियास के धार्मिक हितों की रक्षा करने की कोशिश में यह बोल रहे हैं। (RSS Banned Kerala Temples)

बता दें कि केरल राज्य के 1248 मंदिरों का प्रबंधन त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड यानी TDB करता है। ये एक स्वतंत्र संस्था है। इसका गठन त्रावणकोर कोचीन हिंदू रिलीजियस इंस्टीट्यूशन एक्ट XV 1950 के तहत हुआ था। प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के सभी अनुष्ठान भी इसी बोर्ड के निर्देशन में होते हैं। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के अध्यक्ष वरिष्ठ CPM नेता के अनंतगोपन हैं। बता दें कि इससे पहले कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने का वादा किया था, जिसे लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया था। हालांकि अभी कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है। ऐसे में देखना होगा कि बजरंग दल पर बैन लगाया जाता है या नहीं। (RSS Banned Kerala Temples)

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