Sambhal: मुस्लिम बहुल इलाके में बंद मिला 46 साल पुराना मंदिर, पुलिस ने खुलवाया ताला

Sambhal : संभल में एक मंदिर दोबारा खोल दिया गया है। नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी का दावा है कि 1978 के बाद मंदिर को दोबारा खोला गया है। एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र ने कहा कि चेकिंग के दौरान पता चला कि मंदिर पर कुछ लोगों ने मकान बनाकर कब्जा कर लिया है। मंदिर की साफ-सफाई करा दी गई है और मंदिर पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर में भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियाँ हैं। इस क्षेत्र में हिंदू परिवार रहते थे और कुछ कारणों से उन्होंने यह क्षेत्र छोड़ दिया। मंदिर के पास एक प्राचीन कुआं भी होने की जानकारी है।

यह भी पढ़े :- Chhattisgarh Congress : कांग्रेस विधायक दल की बैठक कल, नेता प्रतिपक्ष के साथ पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी होंगे शामिल

मंदिर की साफ-सफाई खुद पुलिस ने अधिकारी करते दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि अवैध कब्जा कर मंदिर को 30 साल पहले बंद कर दिया था। वहीं, उत्तर प्रदेश के इस जिले में शाही जामा मस्जिद के अदालत के आदेश पर किए गए सर्वेक्षण को लेकर हुई हिंसा में चार लोगों की मौत के कुछ हफ्ते बाद, प्रशासन ने मुगलकालीन मस्जिद के आसपास के इलाकों में अतिक्रमण और बिजली चोरी से निपटने के लिए एक अभियान शुरू किया है।

46 साल पुराना मंदिर
46 साल पुराना मंदिर

जिला अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि व्यापक अभियान का उद्देश्य क्षेत्र को पुनर्जीवित करना और अवैध बिजली कनेक्शनों पर नकेल कसना है। जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने पुष्टि की कि प्रशासन ऐतिहासिक मस्जिद के आसपास अतिक्रमण को संबोधित करने के लिए कदम उठा रहा है।

पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि शनिवार सुबह संभल में लाउडस्‍पीकरों की जांच की जा रही थी, इसी दौरान पता चला कि यहां पर बिजली के अवैध कनेक्शन से पूरे मोहल्ले को बिजली दी जा रही है. बिजली विभाग की टीम ने चेकिंग की तो पता कि 100 से ज्यादा अवैध कनेक्शन हैं. सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा. करोड़ों की बिजली चोरी पर रोकथाम लगाने के लिए बिजली विभाग कार्यरत है. अभी चार मस्जिदों पर विभिन्न प्रकार के तार निकले हैं. पूरे मीनार से बिजली घर बनाकर अवैध बिजली दी जा रही थी. (Sambhal)

डीएम और एसपी ने इस कार्रवाई के दौरान बिजली विभाग की टीम को बुलाकर छतों और बिजली के खंभों पर कटिया कनेक्शन की जांच करवाई. जांच के दौरान कई जगहों पर अवैध कटिया कनेक्शन पकड़े गए, जिससे बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जा रही थी. बिजली कर्मियों ने छतों पर चढ़कर टॉर्च की मदद से अवैध कनेक्शन का पता लगाया. प्रशासन ने इस अवैध गतिविधि को गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग की टीम के साथ मिलकर कटिया कनेक्शन हटवाए और आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया. डीएम ने कहा कि इस प्रकार की चोरी न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पर भी अतिरिक्त दबाव डाल रही है. (Sambhal)

Back to top button
error: Content is protected !!