अब आयरलैंड की कमान संभालेंगे भारतवंशी PM, लियो वराडकर बने नए ‘प्रधान’
Indian Origin PM: ब्रिटेन के बाद आयरलैंड में भारतवंशी लियो वराडकर नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। भारत के मुंबई में रहने वाले उनके पिता अशोक 1973 में आयरलैंड शिफ्ट हो गए थे। दूसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा कि लियो वराडकर को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई। आयरलैंड के साथ ऐतिहासिक संबंधों, साझा संवैधानिक मूल्यों और बहुआयामी सहयोग को मैं बहुत महत्व देता हूं। दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।
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बता दें कि लियो वराडकर अब तक चार बार भारत आ चुके हैं और वह मराठी बोलना भी जानते हैं। उन्हें मराठी बोलना उनके पिता ने सिखाया था। 43 साल के लियो आयरलैंड के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री हैं। ये उनका दूसरा कार्यकाल है। 2017 में 38 साल की उम्र में वो पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। उनका ये कार्यकाल 2020 तक चला था। इतना ही नहीं वो आयरलैंड के पहले गे PM भी हैं। उनका जन्म 18 जनवरी 1979 को आयरलैंड की राजधानी डबलिन में हुआ था। उनकी मां मरियम का संबंध आयरलैंड से ही था। (Indian Origin PM)
भा्रतीय मूल के लियो वराडकर दूसरी बार #आयरलैंड के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। देश की मध्य मार्गी गठबंधन सरकार के साथ बारी-बारी से सत्ता संभालने के समझौते के तहत #लियो_वराडकर ने प्रधानमंत्री का पद संभाला है। अपने पहले कार्यकाल में #वराडकर 2017 से 2020 तक आयरलैंड के प्रधानमंत्री रहे। pic.twitter.com/zVFXIb4SPb
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) December 18, 2022
वहीं आयरलैंड में 1993 तक समलैंगिकता को अपराध माना जाता था। 2013 में आयरलैंड ने एक जनमतसंग्रह करवाया, जिसके बाद वहां 2015 के मई महीने में सेम सेक्स यानी समलैंगिक शादी को मान्यता दी गई। इसके कुछ महीने पहले जनवरी 2015 में वराडकर खुलकर सामने आए और उन्होंने अपने समलैंगिक होने की बात पब्लिक की। उस वक्त वो हेल्थ मिनिस्टर थे। उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम बढ़ा दिए थे। साल 2007 में वो डबलिन वेस्ट से फाइन गेल के टिकट पर चुनाव जीते और काउंसलर बने। उस वक्त वो सिर्फ 24 साल के थे। (Indian Origin PM)
लियो वराडकर आयरलैंड के नए प्रधानमंत्री बने। लियो वराडकर भारतीय मूल के हैं। 2020 में बनी गठबंधन सरकार में कुर्सी के बँटवारे की सहमति के तहत ये प्रधानमंत्री बने हैं। वे पहले भी 2017 से 2020 तक ताओइसच (पीएम) और रक्षा मंत्री रह चुके हैं। pic.twitter.com/H0BwGWePr8
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) December 17, 2022
जानकारी के मुताबिक लियो की मां मरियम नर्स का काम करती थीं। उनके पिता अशोक भारतीय प्रवासी थे। वो पेशे से डॉक्टर थे और 1960 के दशक में इंग्लैंड की नेशनल हेल्थ सर्विस में काम करते थे। यहीं पर दोनों की मुलाकात हुई थी। अशोक महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग जिले के वराड गांव से थे और मुंबई में रहते थे। 2019 में लियो वराडकर महाराष्ट्र में अपने गांव पहुंचे थे। लियो की प्रारंभिक शिक्षा सेंट फ्रांसिस नेशनल स्कूल में हुई। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने एक निजी सेकंडरी स्कूल किंग्स हॉस्पिटल में दाखिला लिया। (Indian Origin PM)
आयरलैंड के राष्ट्रपति ने ऑफिस सील सौंप लियो वराडकर को औपचारिक तौर पर देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया। pic.twitter.com/TJ0plFl19b
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) December 17, 2022
साल 2003 में डबलिन के ट्रिनिटी कॉलेज से उन्होंने मेडिकल की डिग्री ली जिसके बाद उन्होंने प्रैक्टिस शुरू की। आयरलैंड में 2020 में आम चुनाव हुए थे। इसके बाद माइकल मार्टिन की पार्टी ‘फिएना फेल’ और वराडकर की पार्टी ‘फिने गाइल’ के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ था। इसके बाद मार्टिन देश के प्रधानमंत्री बने थे। समझौते के तहत तय हुआ था कि पांच साल के कार्यकाल के शुरुआती ढाई साल में मार्टिन देश के प्रधानमंत्री और वराडकर उप-प्रधानमंत्री रहेंगे। ढाई साल पूरे होने के बाद दोनों एक दूसरे की जगह ले लेंगे। (Indian Origin PM)
Congratulations @LeoVaradkar on assuming office as Taoiseach for the second time. Highly value our historical ties, shared constitutional values & multi-faceted cooperation with Ireland. Look forward to working together to realise the full potential of our vibrant economies.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 17, 2022
जानकारी के लिए बता दें कि जिस वक्त वराडकर पहली बार प्रधानमंत्री बने थे उस वक्त ब्रिटेन ब्रेक्सिट लागू करने की तैयारी में था और आयरलैंड उसके साथ सीमापार व्यापार को लेकर चर्चा कर रहा था। वराडकर के नेतृत्व में आयरलैंड ने ब्रिटेन से बात की ताकि दोनों के बीच सीमा पार लोगों के आनेजाने को लेकर सख्त पाबंदियां न लगाई जाएं। इसके बाद जब 2020 में चुनाव हुआ वराडकर देश के नए डिप्टी प्रधानमंत्री चुने गए। देश इस समय कोविड महमारी से जूझ रहा था। वराडकर की चुनौतियां बढ़ गई थीं। वहीं 2013 में डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस छोड़ चुके वराडकर महामारी के दौरान मार्च 2020 में एक बार फिर प्रैक्टिस में लौटे। संकट से निपटने के लिए डॉक्टरों की जरूरत को देखते हुए उन्होंने हफ्ते में एक बार लोगों का इलाज करने का फैसला किया था। इस दौरान वो फोन पर लोगों को सलाह देते थे। इससे पहले ब्रिटेन में भारतवंशी सुनक PM बने हैं। (Indian Origin PM)