विधानसभा चुनाव से पहले JCCJ को बड़ा झटका, 400 कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा

Chhattisgarh Janata Congress: छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी यानी JCCJ को बिलासपुर में बड़ा झटका लगा है। दरअसल, प्रदेश सचिव, महिला और युवा विंग के पदाधिकारियों के साथ ही करीब 400 कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही पदाधिकारियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है। 

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प्रदेश सचिव करण मधुकर समेत अन्य पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी पर उदासीनता और निष्क्रियता का आरोप लगाया है। इसके चलते उन्होंने अपने-अपने पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के बिलासपुर जिले के विंग अध्यक्ष करण मधुकर, प्रदेश सचिव कोर कमेटी सदस्य, मस्तूरी विधान सभा, प्रभारी और बिलासपुर लोकसभा अध्यक्ष, जिला शहर अध्यक्ष बॉबी राज (जोगी कांग्रेस युवा मोर्चा), गुड्डा कश्यप उपाध्यक्ष जिला ग्रामीण  और बबलू जॉर्ज प्रदेश संगठन मंत्री (अल्प संख्यक विभाग) ने पार्टी छोड़ दी है। (Chhattisgarh Janata Congress)

इसी तरह ललिता भारद्वाज बिलासपुर महिला विंग जिला अध्यक्ष, ब्रज किशोर गावस्कर (जिला उपाध्यक्ष), सीता देवी (जिला महामंत्री) महिला विंग, रमा रात्रे जिला महामंत्री महिला विंग, फूलचंद लहरे विवके डाहिरे, सोहित बंजारे, कुलदीप साहू समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। पदाधिकारियों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता और छत्तीसगढ़ियावाद को बढ़ावा देने के लिए अलग से पार्टी का गठन किया था, जिससे प्रेरित होकर सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनके साथ जुड़े थे, लेकिन उनके निधन के बाद पार्टी में विचारों का अभाव है। (Chhattisgarh Janata Congress)

इस्तीफा देने वाले पदाधिकारियों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद वरिष्ठ नेता धर्मजीत सिंह ने पार्टी को संभालने की कोशिश की थी। उन्होंने धर्मजीत सिंह की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि जोगी के जाने के बाद वे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की पूछपरख करते थे और पार्टी की कमान अच्छे से संभाल रहे थे, लेकिन उनके जाने के बाद पार्टी गर्त में चली गई और अमित जोगी उदासीन हो गए हैं। इस्तीफा दे चुके पदाधिकारियों ने कहा कि अभी उन्होंने किसी और पार्टी में जाने की योजना नहीं बनाई है और न ही किसी पार्टी के नेताओं से उनकी बातचीत हुई है। बता दें कि चुनाव पास आते ही दल बदल की राजनीति तेज हो जाती है। कुछ दिन पहले ही BJP के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

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