नक्सलियों को टेबर ऑफर: किसी भी प्लेटफॉर्म में बातचीत को तैयार कहा सीएम भूपेश बघेल ने
कोंडागांव को अति नक्सल प्रभावित जिले की सूची से बाहर किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ‘ये बड़ी खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सली घटनाएं कम हो रही है. हमारी योजनाओं के कारण लगातार बस्तर के लोगों का विश्वास जीतने में हमें सफलता मिली है. विकास के कारण नक्सली लगातार पीछे हट रहे हैं. घटनाएं कम हो रही है. यह संतोष का विषय है’.
भूपेश बघेल ने कहा कि ‘आगे भी किसी तरह की नक्सल घटना प्रदेश में ना हो. बस्तर में शांति लौटे, बस्तर की जो पहले पहचान थी. शांति, भाईचारा, प्रकृति के साथ जीवन जीने वाले आदिवासी खुशहाल जिंदगी जिएं. सीएम ने कहा कि ‘नक्सली यदि भारत के संविधान पर भरोसा करें तो किसी भी प्लेटफॉर्म पर वे बात कर सकते हैं.
कोंडागांव को नक्सल प्रभावित सूची से बाहर निकालकर आंशिक नक्सल प्रभावित सूची में डाल दिया गया है. इस पर भी प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस का कहना है कि, पिछले 3 सालों में उनकी सरकार की तरफ से किए जा रहे विकास कार्यों, नीतियों का ही नतीजा है कि कोंडागांव अति नक्सल प्रभावित जिले से बाहर आ सका है. इधर बीजेपी इसे अपने पूर्ववर्ती शासनकाल की उपलब्धि बता रही है