छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मुद्दे पर पोस्टर वार से गरमाई सियासत, BJP के खिलाफ लगे पोस्टर
Poster War: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आरक्षण विधेयक के मुद्दे को लेकर कांग्रेस 3 जनवरी को जन अधिकार महारैली का आयोजन करने जा रही है। इससे पहले की शहर के सभी चौक चौराहों में ‘आरक्षण विरोधी भाजपा’ के नाम से पोस्टर लगाए गए हैं। वहीं भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर से 50 मीटर की दूरी पर सभी दिशाओं में ‘राजभवन का संचालन केंद्र इधर है’ के भी पोस्टर लगाए गए हैं। हालांकि कांग्रेस ने इस पोस्टर के बारे में ट्वीटर में लिखा कि ये जनता ने लगाए हैं।
यह भी पढ़ें:- आज शपथ लेंगी नवनिर्वाचित विधायक सावित्री मंडावी, सदन में उठाए जाएंगे ये मुद्दे
इससे पहले CM भूपेश बघेल ने कहा था कि- विधानसभा में जो बिल पारित किया गया। वह बिल राजभवन में अटका हुआ है। राज्यपाल हस्ताक्षर करें या विधानसभा को बिल वापस लौटा दें, लेकिन 1 महीने बीत गए उसके बाद भी राज्यपाल की हठधर्मिता है कि उन्होंने साइन नहीं किया। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं आरक्षण को लेकर CM ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि BJP के लोग हस्ताक्षर के लिए राज्यपाल ने मांग क्यों नहीं कर रहे। उन्हें एकात्म परिसर से पर्ची भेजी जा रही। इसीलिए गड़बड़ी हो रही। BJP के पास दो गला है। एक गला विधानसभा में सुनाई देता है। दूसरा गला बाहर सुनाई देता है।
Posters in Chhattisgarh capital Raipur, announcing that Raj Bhawan has been shifted to Kushabhau Thakre Parisar –the state BJP headquarters.
Congress govt & Raj Bhawan are at loggerheads over delay in Governor's assent to #reservation bills. pic.twitter.com/VNuKPrZJTe
— Joseph John (@josephjohn2611) January 1, 2023
वहीं नए अध्यक्ष की नियुक्ति के 4 महीने बाद काफी जद्दोजहद के बाद बनी भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होते ही विवाद में आ गई है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इसमें आधे से ज्यादा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जूनियर सदस्यों को शामिल किया गया है। वहीं पार्टी के वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है। (Poster War)
Amid the delay in Governor's assent to Reservation bills,the posters citing the functioning of Rajbhawan temporary shifted to Kushabhau Thakre parisar (state BJP headquarters) have become talk of the town in Raipur @NewIndianXpress @santwana99 @TheMornStandard pic.twitter.com/0E2sLnFT9K
— Ejaz Kaiser (@KaiserEjaz) January 2, 2023
स्थिति ऐसी निर्मित हो गई है कि सीनियर जिलाध्यक्षों को अब जूनियरों प्रदेश पदाधिकारियों के निर्देश का पालन करना पड़ेगा। प्रदेश कार्यकारिणी में क्षेत्रीय संतुलन का भी पालन नहीं किया गया है। प्रमुख पदों में बस्तर और दुर्ग जिले से सिर्फ एक-एक कार्यकर्ता को शामिल किया गया है। वहीं रायपुर जिले 14 और कोरबा 5 लोगों को पद दिया गया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी इस पर खुलकर बोलने से बच रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया में वह अपनी भड़ास निकाल रहे हैं । (Poster War)