रायपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक कल, सरकार को घेरने की बनेगी रणनीति

CG Congress Legislature Party: छत्तीसगढ़ में कल यानी 5 जनवरी को शाम 7 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के निवास पर विधानसभा को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। इसमें पार्टी के सभी 35 विधायक शामिल होंगे। बैठक में बजट सत्र के दौरान सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बनेगी। बता दें किछत्तीसगढ़ में नई सरकार का पहला बजट सत्र हैं। ऐसे में 5 साल बाद फिर से विपक्ष में आई कांग्रेस पार्टी के नेता सदन में सरकार को घेरने के लिए चर्चा करेंगे। विपक्ष की तैयारी है कि चुनाव से पहले भाजपा ने मोदी की गारंटी में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से कितने वादे पूरे नहीं हुए हैं। उनको लेकर विपक्ष के विधायक सरकार को घेरते नजर आएंगे।

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किसानों का 2 साल का बोनस और महतारी वंदन योजना लेकर सदन में जमकर हंगामे के आसार हैं। विधानसभा में अब तक 2 हजार 310 सवाल लगाए गए हैं। कांग्रेस के विधायक जहां सरकार को मोदी की गारंटी पर घेरते नजर आएंगे। वहीं सत्ता पक्ष के विधायक कांग्रेस सरकार में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार पर सवाल करते नजर आएंगे। विपक्ष के विधायक राज्य सरकार की घोषणा-पत्र की गारंटी पर सवाल पूछेंगे। वहीं सत्ताधारी पार्टी को भी इस बात का अहसास है कि विधानसभा में विपक्ष के कई सवाल से परेशानी हो सकती है। लिहाजा कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बजट सत्र के पहले ही फैसले लिए जाने की उम्मीद है, जिससे विपक्ष को मौका ही नहीं मिल पाए। (CG Congress Legislature Party)

1 मार्च तक चलेगा बजट सत्र

षष्ठम विधानसभा के द्वितीय सत्र कल यानी 5 फरवरी से लेकर 1 मार्च तक चलेगा। बजट सत्र के लिए पिछली सरकार में दो बार 2 हजार 300 से ज्यादा सवाल लगे थे। मार्च 2020 के सत्र के लिए सर्वाधिक 3 हजार 345 सवाल लगे थे। जबकि मार्च 2021 के सत्र के लिए 2 हजार 904 सवाल लगे थे। जबकि सबसे कम सवाल मार्च 2022 के सत्र में लगे थे। उस साल विधायकों ने सिर्फ 1682 सवाल लगाए थे। कल से शुरू हो रहे बजट सत्र में 1 मार्च तक कुल 20 बैठक होंगी। सत्र के लिए विधायकों ने 100 से ज्यादा ध्यानाकर्षण की सूचनाएं दी हैं। सत्र के दौरान महालेखाकार की रिपोर्ट भी प्रस्तुत होगी। (CG Congress Legislature Party)

पहली बार बजट पेश करेंगे ओपी चौधरी

महालेखाकार की रिपोर्ट में पिछली सरकार के 2022-23 के आय व्यय का लेखा-जोखा होगा। 9 फरवरी को बजट पेश होने से पहले 7 और 8 फरवरी को सदन के अंदर राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 20 साल बाद मुख्यमंत्री बजट पेश नहीं करेंगे। दरअसल, 20 साल से वित्त का प्रभार CM अपने पास रखते आए हैं। 20 साल बाद रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी को वित्त मंत्री की जिम्मेदारी मिली है। राज्य में वित्त मंत्री बनने वाले वे तीसरे विधायक हैं। इससे पहले वित्त मंत्री के रूप में पहली बार कोरिया के राजा रामचंद्र सिंहदेव ने बजट पेश किया था। वे राज्य के पहले CM अजीत जोगी के शासन काल में वित्त मंत्री थे। (CG Congress Legislature Party)

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