जूनियर डॉक्टर्स ने की CM भूपेश बघेल से मुलाकात, स्टाइपेंड बढ़ाने पर जताया आभार
Junior Doctors Meet CM: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने जूनियर डॉक्टर्स का स्टाइपेंड बढ़ाने पर खुशी जताते हुए उनका आभार जताया। इस अवसर पर डॉक्टर राकेश गुप्ता समेत जूनियर डॉक्टर्स बड़ी संख्या में उपस्थित थे। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जूनियर डॉक्टर्स का स्टाइपेंड में जो बढ़ोतरी की है। उसके नवीन दर के मुताबिक पीजी प्रथम वर्ष के लिए 53 हजार 550 रूपये से बढ़ाकर 67 हजार 500 रूपये प्रति माह करने का निर्णय लिया है। इसी तरह पीजी द्वितीय वर्ष के लिए 56 हजार 700 रूपये से बढ़ाकर 71 हजार 450 रूपये प्रति माह और पीजी तृतीय वर्ष के लिए 59 हजार 200 रूपये से बढ़ाकर 74 हजार 600 रूपये प्रति माह करने का निर्णय लिया है।
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MBBS के इंटर्नशिप के छात्रों के लिए 12 हजार 600 रुपए से बढ़ाकर 15 हजार 900 रुपए प्रति माह किया गया है। इस तरह से राज्य सरकार के इस निर्णय से अब जूनियर डॉक्टर्स के स्टाइपेंड में साढ़े 3 हजार रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक की बढ़ोतरी होगी। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में डॉक्टर गौरव सिंह परिहार, डॉक्टर मनुप्रताप सिंह, डॉक्टर योगेश्वर स्वर्णकार, डॉक्टर विजया सिंह, डॉक्टर प्रीतम प्रजापति, डॉक्टर दिलीप कुमार साहू, डॉक्टर हिमांशु सिंह, डॉक्टर अभिषेक गुजराती, डॉक्टर सोनल चंद्राकर और डॉक्टर व्योम अग्रवाल शामिल थे। (Junior Doctors Meet CM)
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel से उनके निवास कार्यालय में जूनियर डॉक्टर्स एशोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल ने सौजन्य मुलाकात की।
प्रतिनिधिमण्डल ने जूनियर डॉक्टरों की शिष्यवृत्ति बढ़ाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।@RaipurDistrict @HealthCgGov… pic.twitter.com/NhFLRDZsYT— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 6, 2023
बता दें कि स्टाइपेंड की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स कई बार विरोध जता चुके थे, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। छत्तीसगढ़ में जूनियर डॉक्टर्स की संख्या 3 हजार से ज्यादा है। ये सभी प्रदेश अलग-अलग जिलों के मेडिकल कॉलेज में पढ़ते हैं। इसके साथ ये लोगों का इलाज भी करते हैं। 4 दिन पहले भी इन लोगों ने हड़ताल किया था। सुबह से ओपीडी में रहने वाले जूनियर डॉक्टर नहीं थे। उनकी जगह रेगुलर स्टाफ ही अपनी सेवाएं दे रहे थे। इमरजेंसी सेवाओं को हड़ताल से दूर रखा गया था। (Junior Doctors Meet CM)