CM Meet Rahul: राहुल से मिलने दिल्ली से सीधे बिलासपुर पहुंचे CM, कहा- पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाएगी सरकार
CM Meet Rahul: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल साहू से मिलने दिल्ली से सीधे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने राहुल के स्वास्थ्य की जानकारी ली और उसे अच्छे से अच्छा इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वहीं बघेल ने राहुल के परिजनों से भी मुलाकात की। इसके अलावा डॉक्टरों को राहुल के इलाज में किसी भी प्रकार के कमी नहीं होने देने का निर्देश भी दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि (CM Meet Rahul) बच्चे की पढ़ाई लिखाई की भी व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार करेगी। रेस्क्यू टीम ने अपना काम बेहतरीन तरीके से किया, हमने अपना फर्ज निभाया। इस पर राहुल की मां बोली – मुख्यमंत्री तो हमारे लिए भगवान समान हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने राहुल की मां गीता के सिर पर हाथ रखकर सांत्वना दी।
हमारा बहादुर राहुल साहू हौसला और हिम्मत का पर्याय है।
आज उससे मिलने गया, उसकी माँ और परिवारजनों से मिला।
चिकित्सकों की टीम उसकी अच्छे से देखभाल कर रही है।
उसका इलाज, उसकी पढ़ाई का इंतजाम सरकार करेगी।सबकी दुआओं और सामूहिक प्रयास से यह संभव हो सका।
🏥 अपोलो अस्पताल, बिलासपुर pic.twitter.com/naWvHlv0p5
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 15, 2022
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गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा जिले के पिहरीद गांव में बोरवेल में फंसे राहुल को 106 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार की रात सकुशल निकाला गया था। इसके बाद राहुल को बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक राहुल को कोई बड़ी समस्या नहीं है। बोरवेल में गिरने से जो घाव हुए हैं वो जल्द ही भर जाएंगे। CM से पहले बिलासपुर विधायक और मंत्री ने अस्पताल पहुंचकर राहुल और उनके परिजन से मुलाकात की है। (CM Meet Rahul)
LIVE: बहादुर राहुल साहू हौसला और हिम्मत का पर्याय है (अपोलो अस्पताल, बिलासपुर) https://t.co/0M9BbMDZsA
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 15, 2022
10 जून को बोरवेल में गिरा था बच्चा
राहुल साहू का शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बाद से कुछ पता नहीं चला। जब घर के ही कुछ लोग बाड़ी की तरफ गए तो राहुल के रोने की आवाज आ रही थी। गड्ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि आवाज अंदर से आ रही है। बोरवेल का गड्ढा 80 फीट गहरा है। ये भी बताया गया है कि बच्चा मूक-बधिर है, मानसिक रूप से काफी कमजोर है, जिसके कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था। घर पर ही रहता था। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई 2 साल छोटा है। पिता की गांव में बर्तन की दुकान है। राहुल की रेस्क्यू के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किया गया था, जिसका ही फल है कि राहुल सुरक्षित बाहर निकल पाया है। (CM Meet Rahul)