रात भर NH30 पर बैठा रहा आदिवासी समाज, सरकार में हलचल
छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज का सरकार के प्रति गुस्सा थम ही नहीं रहा है। कई मांगों को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने पिछले 24 घंटे से धमतरी में नेशनल हाईवे-30 को जाम कर दिया है। ग्रामीण सारी रात हाईवे पर डटे रहे। आज विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के साथ एक प्रतिनिधि मंडल रायपुर के लिए रवाना हुआ है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनसे मुलाकात करेंगे।
कांकेर से पदयात्रा कर रायपुर में विधानसभा घेराव करने सैंकड़ों आदिवासी गुरुवार सुबह बालोद जिले के राजा राव पठार के पास पहुंच गए थे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिगेट तोड़ कर आगे बढ़ गए। इसके बाद धमतरी की सीमा में प्रवेश कर चिटौद तक पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों के चलते जाम के हालात हैं। हालांकि, छोटे वाहनों के लिए रास्ता खोल दिया गया है, लेकिन ट्रक और बड़े वाहन अभी फंसे हुए हैं।
आदिवासियों को रोकने के जबरदस्त इंतजाम
एक ओर जहां आदिवासी प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए रायपुर रवाना हुआ है, वहीं दूसरी ओर उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन ने इंतजाम सख्त कर दिए हैं। पुलिस ने 7 किमी के दायरे में 10 बैरिकेट लगाए हैं, जिससे आदिवासियों को रायपुर जाने से रोका जा सके। इसके साथ ही अलग-अलग जिलों से 5 हजार जवान बुलाकर तैनात किए गए हैं। वहीं दूसरी ओर आदिवासियों का कहना है कि वह रायपुर जाने के लिए तैयार हैं। अगर वार्ता में हल नहीं निकला तो वह फिर आगे बढ़ेंगे।