संसद भवन में हुए आतंकी हमले की 21वीं बरसी आज, जब परिसर में 5 आतंकवादियों ने मचाई तबाही, पढ़ें पूरी कहानी

Parliament Attack : संसद भवन में हुए आतंकवादी हमले की आज 21वीं बरसी है। 13 दिसंबर को, 21 साल पहले लोकतंत्र का मंदिर कही जाने वाली भारतीय संसद पर आतंकी हमला हुआ था। आज ही के दिन संसद भवन पर उस समय आतंकी हमला (Parliament Attack) हुआ था। जब शीतकालीन सत्र चल रहा था। पाकिस्तान से आए पांच दहशतगर्दों ने संसद भवन परिसर में घुसकर गोलीबारी की थी।

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इस आतंकी हमले में देश के 9 वीर सपूतों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था। आज इस मौके पर इन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। इन जवानों ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनके संसद भवन में घुसने के मंसूबे को नाकाम कर दिया था। हमला उस वक्त हुआ जब संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान तमाम विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित की गई थी। उसी समय गोलियों को गड़गड़ाहट से संसद परिसर गूंज उठा।

Parliament Attack : सफेद एम्बेसडर कार में आए थे आतंकी

सुबह के वक्त सफेद रंग की एम्बेसडर कार में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादी पूरी तैयारी के साथ संसद भवन में घुस गए थे। परिसर में आतंकियों की एम्बेसडर कार ने उपराष्ट्रपति के काफिले की गाड़ी को हड़बड़ी में टक्कर मार दी। जिससे सुरक्षाकर्मियों को उन पर शक हुआ। इससे पहले कि सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते, कार में सवार आतंकियों ने गोलीबारी शुरु कर दी थी। उसके बाद संसद भवन की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।

संसद परिसर में आडवाणी समेत 200 सांसद थे मौजूद

आतंकी संसद परिसर में घुसकर सांसदों और मंत्रियों को निशाना बनाने की फिराक में थे। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनके मंसूबे को नाकाम कर दिया। उस दौरान संसद में कई सांसद और मंत्री मौजूद थे। हमले के दौरान तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत करीब 200 सांसद संसद परिसर में मौजूद थे। सुरक्षाकर्मियों ने हमला होते ही उन्हें कमरे में भेजकर सुरक्षित कर दिया था।

Parliament Attack : 9 जवान हुए थे शहीद

एक आतंकवादी ने गोली लगते ही खुद को उड़ा दिया था। दूसरे आतंकवादी इस दौरान हथगोला भी फेंक रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने आतंकवादियों को चारों तरफ से घेरकर उन्हें ढेर कर दिया। इस आतंकी हमले में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिला और संसद सुरक्षा के दो सुरक्षा सहायक शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले में एक माली की भी मौत हो गई थी। इनके अलावा, न्यूज एजेंसी एएनआई के कैमरामैन की भी इस आतंकी हमले में मौत हो गई थी।

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Parliament Attack : पाकिस्तान के साथ बढ़ा तनाव

आतंकी हमले की जांच में सामने आया कि इसका मास्टरमाइंड अफजल गुरु था। जो पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में आईएसआई के कैंप में ट्रेनिंग भी ले चुका था। जांच में यह भी सामने आया की संसद हमले में मारे गए पांचों आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में काफी तनाव आ गया था। सुप्रीम कोर्ट ने अफजल गुरु को हमले का दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी।

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