छत्तीसगढ़ में आरक्षण संशोधन विधेयक पर फिर छिड़ी जुबानी जंग, कांग्रेस-BJP आमने सामने
Congress BJP on Reservation: छत्तीसगढ़ में आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। दरअसल, राजभवन में आरक्षण संशोधन विधेयक रोके जाने के मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विधेयक राज्यपाल के पास लंबित हैं। ये सभी के लिए न्याय है, जिसे रोकने की कोशिश की जा रही है। जिन वर्गों को यहां आरक्षण का लाभ नहीं मिला, उन्हें उत्तरप्रदेश में केंद्र सरकार की ओर से साधने की कोशिश हो रही है। छत्तीसगढ़ में विधेयक रोका गया है। दृष्टिकोण स्पष्ट होना चाहिए किसके साथ हैं। दो तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। वहीं मंत्री अमरजीत भगत के बयान को लेकर भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि देश संविधान के साथ चलता हैं। कांग्रेस के मुताबिक नहीं।
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श्रीवास्तव ने कहा कि राज्यपाल का विषय संवैधानिक है। ये राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच का मामला है। राज्यपाल ने राज्य सरकार से प्रश्न कर जवाब मांगे थे, जिसका जवाब उन्हें नहीं मिला है। राज्यपाल जानकर होते हैं। उत्तर नहीं आने की वजह से देरी हो रही है। कांग्रेस के दबाव में फैसला कराना चाहती है। अमरजीत भगत अपने विधानसभा यानी सीतापुर की चिंता करें। इससे पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज ने आरोप लगाया था कि भाजपा के षड़यंत्र के कारण राजभवन में आरक्षण संशोधन विधेयक लंबित है। छत्तीसगढ़ में विपक्ष की भूमिका निभाने में भाजपा पूरी तरह से नाकाम रही है। नकारे जाने के बाद अब सिर्फ झूठ और षड़यंत्रों की राजनीति कर रही है। (Congress BJP on Reservation)
महामहिम राज्यपाल महोदय…
अब तो जागिए प्रभु…!!!
अब तो माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है..
आरक्षण विधेयक पर या तो हस्ताक्षर करें या लौटाएं, भाजपा के दबाव में यूं प्रदेश की जनता के हितों के साथ खिलवाड़ ठीक बात नहीं. @GovernorCG pic.twitter.com/myG4PHk7RP— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) November 25, 2023
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राजभवन में बिलों को रोके जाने के मुद्दे पर कड़ी टिप्पणी की और राज्यपालों को समझाइश देते हुए यह कहा कि चुनी हुई राज्य सरकारों के पारित बिलों के संदर्भ में राजभवन को तत्परता बरतनी चाहिए। किसी भी तरह से वीटो पावर के रूप में विधेयकों को लंबित रखना अनुचित है। इस पर भाजपा भाजपा नेता केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर भ्रम फैलाना बंद करे। अगर कांग्रेस की सरकार को आरक्षण ही लाना था तो वह अपनी नीयत साफ करके इसे विधानसभा में पारित कराती, इन्होंने लोगों को भ्रमित करने के लिए संशोधन बिल लाया। (Congress BJP on Reservation)
इधर, छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के लगातार रद्द होने पर भी बयानबाजी जारी है। कैबिनेट मंत्री भगत ने कहा कि ट्रेन रद्द होने का सीधा असर लोगों के जनजीवन पर पड़ रहा है। भाजपा की केंद्र सरकार के लिए लोगों में रद्द करने वाली सरकार का परसेप्शन बन गया है। लोग सरकार को रद्द कर देंगे। चंद लोगों और उद्योगपतियों के माल को पास कराने के लिए ट्रेनें रोक दी जा रही है। (Congress BJP on Reservation)
वहीं ट्रेनें रद्द होने मंत्री भगत के दिए बयान पर भी BJP प्रवक्ता श्रीवास्तव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के लिए समय निकल गया है। प्रदेश में रेलवे पर राजनीति बहुत हो चुकी है। कुछ टेक्निकल या डेवलपमेंट की वजह से ट्रेन कैंसिल हो रही है। गुड्स सप्लाई की वजह से भी ट्रेनें रद्द हो रही है। कोई भी सरकार नहीं चाहती कि ट्रेनें रद्द हो। कांग्रेस तो कोरोना की वजह से बंद पड़ी सिटी बसों को चालू नहीं कर सकी है। पहले उस पर बात करे। इसके बाद ट्रेनों को लेकर कुछ कहे। बता दें कि छत्तीसगढ़ में यात्रियों ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। (Congress BJP on Reservation)