Congress Shivir: क्या चिंतन शिविर करना कांग्रेस को पड़ा महंगा, 10 दिन के अंदर 3 बड़े नेताओं ने छोड़ा पार्टी
Congress Shivir: राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस ने 13 से 15 मई तक तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था, जो कांग्रेस के लिए महंगा पड़ता दिख रहा है। दरअसल, चिंतन शिविर के 10 दिन के अंदर ही 3 बड़े नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। साथ ही कांग्रेस पर ही निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस ने चुनावी में मिली हार से निपटने के लिए चिंतन शिविर का आयोजन किया, लेकिन इन सब के बाद भी बड़े नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है।
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बता दें कि पंजाब के बड़े नेता सुनील जाखड़ ने कांग्रेस चिंतन शिविर (Congress Shivir) के बीच में ही अपना इस्तीफा दे दिया था। जाखड़ लंबे समय से पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे थे, जिसके बाद उन्होंने 50 साल का नाता तोड़कर BJP का दामन थाम लिया। सुनील जाखड़ को कांग्रेस नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जाखड़ ने एक तीखे संदेश में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को दोस्तों और दुश्मनों की पहचान करने की आवश्यता है।
सुनील जाखड़ के बाद कांग्रेस को दूसरा बड़ा झटका गुजरात में लगा, जहां पाटीदार नेता और प्रदेश अध्यक्ष हार्दिक पटेल (Congress Shivir) ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। हार्दिक पटेल ने अपने इस्तीफे के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम एक चिट्ठी भी लिखी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को सिर्फ विरोध की राजनीति करने वाली पार्टी बताया। वहीं आर्टिकल 370, राम मंदिर और सीएए-एनआरसी जैसे मुद्दों का जिक्र कर BJP सरकार की तारीफ भी की। फिलहाल हार्दिक पटेल ने किसी भी पार्टी को ज्वाइन नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि वो चुनाव से पहले BJP में शामिल हो सकते हैं।
वहीं शिविर के 10 दिन में कांग्रेस को तीसरा बड़ा झटका पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के सीनियर नेता कपिल सिब्बल के तौर पर लगा है। सिब्बल ने अचानक खुलासा करते हुए बताया कि वो कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं और समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा जा रहे हैं। कपिल सिब्बल कांग्रेस के नाराज ग्रुप G-23 का (Congress Shivir) हिस्सा थे, वो पार्टी की लीडरशिप को लेकर लगातार सवाल उठा रहे थे, जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले नेताओं में सबसे बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल का है।
जब तक मैं कांग्रेस में था तो मैं इधर-उधर की टिप्पणियां कर सकता था। अब मैं कांग्रेस में नहीं हूं, मैंने इस्तीफा दे दिया है तो मैं कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कहूंगा: समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा का नामांकन भरने के बाद कपिल सिब्बल pic.twitter.com/pKPCBZ2ywR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2022
बीते काफी समय से उनके रिश्ते कांग्रेस आलाकमान के साथ अच्छे नहीं चल रहे थे। कपिल सिब्बल ने इस महीने की शुरूआत में उदयपुर में कांग्रेस के चिंतिन शिवर में बैठक के बाद कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। सिब्बल काफी समय से ना सिर्फ कांग्रेस, बल्कि राहुल गांधी पर भी निशाना साधते रहे हैं। साल 2022 की शुरूआत से लेकर बीते लगभग पांच महीनों के अंदर ही कांग्रेस से पांच दिग्गज नेताओं ने खुद को अलग कर लिया।
अश्वनी कुमार ने भी छोड़ा कांग्रेस का हाथ
पूर्व कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने इस साल की शुरुआत में फरवरी में कांग्रेस से अपना चार दशक पुराना रिश्ता खत्म कर लिया। उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में कहा कि यह कदम ‘मेरी गरिमा के अनुरूप है।’ उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि वह निकट भविष्य में कांग्रेस को पतन की ओर जाते हुए देख रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री RPN सिंह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे 32 साल से कांग्रेस में थे, लेकिन पार्टी अब वो नहीं रही जो पहले हुआ करती थी। पिछले साल दिग्गज नेता जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।