Wednesday Fast: व्रत के समय इन नियमों का रखें विशेष ध्यान, घर में आएगी सुख-समृद्धि

Wednesday Fast : बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा होती है। शास्त्रों के मुताबिक बुधवार के दिन पूरे विधि-विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसके अलावा बुधवार के दिन को बुध ग्रह के नाम से भी जाता है और कहते हैं कि यदि घर में कलेश या परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो बुध ग्रह के पूजन से राहत मिलती है। इस दिन व्रत किया जाता है और यह व्रत ग्रह का अशुभ प्रभाव दूर करने के साथ ही धन लाभ होता है। लेकिन ध्यान रखें बुधवार के व्रत में कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।  बुधवार व्रत की संख्या 21 या 41 होती है। ध्यान रखें कि इस व्रत में नमक खाना वर्जित है। यानी इसमें आपको मीठा या फीका भोजन करना होगा।

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वहीं व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर पूजा घर में बुध यंत्र की स्थापना करें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें। इस दिन भोजन के रूप में मूंग की दाल की पंजीरी या हलवा का भोग लगाकर उसके प्रसाद के तौर पर वितरित किया जाता है। इसके बाद शाम को व्रती स्वंय यह प्रसाद लेकर व्रत खोलता है, लेकिन ध्यान रखें कि भोजन का सेवन करने से पहले दान करें और इस दिन बुध संबंधी वस्तुओं को दान किया जाता है। व्रत में भोजन ग्रहण करने से पहले हरी इलायची और कपूर मिश्रित जल से बुध देवता को अर्घ्य दें। व्रत के दिन बुध मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाये नम:’ का 9 हजार बार या 5 माला जप करें।अंतिम व्रत के दिन मस्तक पर सफेद चंदन, हरी इलायची घिसकर लगाएं। इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है।आखिरी बुधवार के दिन बुध मंत्र से हवन करके पूर्णाहुति देकर ब्राह्मणों को मीठा भोजन कराएं और दान दें। तभी व्रत का उद्यापन पूरा माना जाता है। (Wednesday Fast)

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बुधवार के दिन हरे रंग का कपड़ा पहनना शुभ होता है। मूंग दाल, घी और दही का दान करने से समाज में मान बढ़ता है और बुद्धि तेज होती है। गणेश जी की पूजा करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं। इसीलिए भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। मान्यता है कि बुधवार का दिन गणेश जी का प्रिय दिन है, इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को शुभ फल प्रदान करते हैं। गणेश जी की पूजा करने से शिक्षा में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। इसके साथ ही रोग दूर होते हैं, धन से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होता है। मान सम्मान में भी वृद्धि होती है। भगवान गणेश सभी प्रकार के दुखों का नाश भी करते हैं। बुधवार का दिन गणेश पूजा के लिए उत्तम माना गया है। (Wednesday Fast)

भगवान गणेश की पूजा विधि

बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के कुछ नियम बताए गए हैं। बुधवार के दिन सुबह उठकर नित्यक्रम से निवृत होकर स्नान करें। इसके बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। गणेश जी का ध्यान लगाएं और पूजा प्रारंभ करें। अगर इस दिन व्रत रखना है तो विधि पूर्वक व्रत का संकल्प लें। पूर्व या उत्तर की तरफ मुख करके बैठकर पूजा शुरू करें। गणेश जी को पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक चढ़ाएं। गणेश जी को सूखा सिंदूर का तिलक लगाएं। इसके बाद भगवान गणेश जी की आरती करें और गणेश मंत्र का जाप करें।

दूर्वा घास चढ़ाने से प्रसन्न होते हैं गणेशा

पूजा में दुर्वा घास का प्रयोग अवश्य करें। गणेश जी दूर्वा घास चढ़ाने से प्रसन्न होते हैं। इसके बाद मंत्र ”ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात” का जाप करें। मान्याओं के मुताबिक बुधवार को व्रत करने वाले जातक के जीवन में सुख, शांति और यश बना रहता है। इस व्रत को करने से आपके अन्न के भंडार कभी खाली नहीं होते। बुधवार के गणेश (Wednesday Lord Ganesh Fast) की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं। माना जाता है कि बुधवार के दिन बुध ग्रह की पूजा करने से कुंडली में बुध ग्रह की उपस्थिति शुभ जगह पर होती है।

भगवान गणेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

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