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Big decision of CM Yogi: लाउडस्पीकर की आवाज धर्मस्थल से बाहर न जाए, 4 मई तक सारे अफसरों की छुट्टियां रद्द

Big decision of CM Yogi: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आज कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। धार्मिक कार्यों के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल हो सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि उसकी आवाज परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक न लगाए जाएं। शोभा यात्रा, जुलूस बिना अनुमति के नहीं निकलेंगे। सौहार्द्र न बिगड़ने पाए इसके लिए आयोजकों को शपथ-पत्र देना होगा।

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दिल्ली में हनुमान जयंती पर निकली शोभायात्रा के दौरान हुए उपद्रव के बाद योगी सरकार अलर्ट मोड में है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए योगी सरकार ने अफसरों के लिए नए दिशा निर्देश (Big decision of CM Yogi) जारी किए हैं। इसके मुताबिक 4 मई तक सारे अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। जो अवकाश पर हैं उन्हें 24 घंटे के अंदर ऑफिस जॉइन करने को कहा गया है।

सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ सतत संवाद बनाएं।

सीएम योगी ने कहा कि तहसीलदार हो, एसडीएम हो थानाध्यक्ष हो अथवा सीओ आदि, सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। शासकीय आवास है तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें, लेकिन रात्रि में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखें। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे।

CM योगी का निर्देश है कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो। हर एक पर्व शांति और सौहार्द्र के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के दृष्टिगत सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से पेश आएं।

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