अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, 5 लोगों की हुई मौत

Blast in West Bengal: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है, जहां अवैध रूप से पटाखा बनाने वाली एक फैक्ट्री में ब्लास्ट होने से 5 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। कोलकाता पुलिस के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। फायर स्टेशन अधिकारी आशीष घोष ने बताया कि हादसा कोलकाता से लगभग 30 किलोमीटर दूर नीलगंज में मोशपोल इलाके में हुआ। पटाखा फैक्ट्री दत्तपुकुर में है। हादसे के वक्त कई लोग फैक्ट्री में काम कर रहे थे।

यह भी पढ़ें:- CG Teacher Recruitment : सहायक शिक्षक एवं शिक्षक पद के लिये बीएड योग्यता के संबंध में महाधिवक्ता से मांगा गया मार्गदर्शन

पुलिस ने बताया कि अब तक 5 शव मिले हैं। विस्फोट में कई लोग घायल हुए हैं। धमाका इतना भयानक था कि लोगों के चीथड़े आस-पड़ोस की छतों पर जाकर गिरे। हालांकि मलबे में बम होने की आशंका के चलते पुलिस के साथ बम निरोधक दस्ता भी मौके पर मौजूद है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विस्फोट इतना भयानक था कि घर मलबे में तबदील हो गया। जबकि यहां काम करने वाले लोगों के शरीर के कई अंग मलबे में बिखर गए। दूसरे घरों की छतों पर भी कुछ लोगों के शरीर के टुकड़े नजर आ रहे हैं। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। वहीं हादसे में घायल हुए लोगों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।  (Blast in West Bengal)

घटना को लेकर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सवाल उठाए हैं। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में दत्ता पुकुर पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि जिस मात्रा में विस्फोटक मिले हैं उससे साफ है कि बंगाल सरकार ने विस्फोटकों को जहां चाहे इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। अपना व्यवसाय चलाने की पूर्ण स्वतंत्रता। इसके परिणामस्वरूप मौतों और विस्फोटों की एक श्रृंखला हुई है। यह बंगाल सरकार की विफलता को दर्शाता है। जब विस्फोट होता है तो हमें पता चलता है कि कोई मर गया है। उसके बाद हर कोई शांत हो जाता है और अवैध कारोबार चलता रहता है क्योंकि सरकार चुप रहना पसंद करती है और आम आदमी को भुगतान करना पड़ता है।

इसके पहले मई में भी पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक फैक्ट्री जिस घर में चल रही थी वह पूरी तरह ढह गया। इस घर में अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम किया जा रहा था। मई में पटाखा फैक्ट्रियों में 3 ब्लास्ट हुए थे। इनमें से एक ब्लास्ट बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस नेता के घर हुआ था, जिसमें किसी की जान नहीं गई थी। उससे पहले साउथ 24 परगना में हुए ब्लास्ट में 3 लोगों की मौत हुई थी। पूर्व मेदिनीपुर में भी अवैध पटाखा फैक्ट्री में 16 मई को हुआ था। इसमें 12 लोगों की जान गई थी। पश्चिम बंगाल में ऐसी घटनाएं सामने आती रहती है।   (Blast in West Bengal)

Related Articles

Back to top button