अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, 7 लोगों की हुई मौत

Blast in West Bengal: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है, जहां के एगरा में अवैध रूप से पटाखा बनाने वाली एक फैक्ट्री में धमाके होने से 7 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में 5 लोग घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक फैक्ट्री जिस घर में चल रही थी वह पूरी तरह ढह गया। इस घर में अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम किया जा रहा था।

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वहीं पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और सांसद सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर एगरा में हुए धमाके की घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA से कराने की मांग की है। इधर, CM ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को ढाई-ढाई लाख रुपए और घायलों को 1-1 लाख रुपए मदद की घोषणा की है। साथ ही कहा है कि घटना की CID जांच कराएंगे। घटना में मारे गए और घायल हुए लोग इसी फैक्ट्री में काम कर रहे थे। (Blast in West Bengal)

बंगाल पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि धमाका सिर्फ वहां रखे पटाखों की वजह से हुआ था या पटाखों की फैक्ट्री की आड़ में वहां बम बनाए जा रहे थे। एगरा ब्लॉक के सहारा ग्राम पंचायत क्षेत्र के खादीकुल गांव में बनी ये पटाखा फैक्ट्री बिना अनुमति के चल रही थी। ये इलाका ओडिशा से लगा हुआ था, जहां बने पटाखे ओडिशा में ही भेजे जाते थे। CM ममता बनर्जी ने कहा कि अवैध पटाखा इकाई का मालिक, जिसे पिछले साल अक्टूबर में कारखाना चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिर जमानत पर छूटा था। (Blast in West Bengal)

वहीं मंगलवार को धमाके के बाद वह पड़ोसी राज्य ओडिशा भाग गया है। मैंने पुलिस से कहा है कि ओडिशा पुलिस को उसकी डिटेल देकर उसे गिरफ्तार करें। उन्होंने कहा कि जिस पंचायत के तहत ये फैक्ट्री आती है उसका प्रमुख एक निर्दलीय है, जिसे भाजपा का समर्थन प्राप्त है। यहां तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को आने नहीं दिया जाता है। यहां तक कि पुलिस को भी घुसने नहीं दिया जाता है। पुलिस पर गांव वाले हमला कर देते हैं। (Blast in West Bengal)

शुभेंदु अधिकारी ने लगाए ये आरोप

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल विस्फोटकों का भंडार बन गया है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल सीवी आनंद बोस से धमाके की घटना की जांच NIA से कराने की मांग की है। शुभेंदु ने ये भी मांग की है कि केंद्रीय बलों को तत्काल क्षेत्र में तैनात किया जाए, क्योंकि स्थानीय पुलिस ​​​​अवैध रूप से शवों को वहां से हटा सकती है। बता दें कि 20 मार्च को दक्षिण 24 परगना जिले के महेस्तला में एक पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। जबकि दिसंबर 2022 में भी पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी। ये सिलसिला लगातार जारी है। (Blast in West Bengal)

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