छठ महापर्व का तीसरा दिन, आज डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी व्रती महिलाएं

Chhath Puja 2023: छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है। छठ का व्रत आरोग्य, समृद्धि और संतान के लिए रखा जाता है। ये 36 घंटे का निर्जला व्रत होता है। मान्यता है कि इस व्रत से अमोघ फल की प्राप्ति होती है। आज सभी छठ व्रती डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी। छठ पूजा की एक-एक विधि और नियम कायदे का अपना अलग धार्मिक और पौराणिक महत्व है। पूजा के तीसरे दिन शाम के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। इस दौरान सभी व्रती श्रद्धालु अपनी-अपनी बांस की टोकरी में पूजा सामग्री के साथ फल, ठेकुआ और चावल के लड्डू भी रखते हैं। इस दौरान पूरे अर्घ्य के सूप को भी सजाया जाता है।

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जब पूरे विधि-विधान से पूजा हो जाती है फिर सभी व्रती अपने परिजनों के साथ मिलकर डूबते सूरज देवता को अर्घ्य देते हैं। यानी आज डूबते सूर्य की उपासना की जाएगी।  छठ पूजा का पहला अर्घ्य इस साल 19 नवंबर को यानी आज दिया जाएगा। शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 26 मिनट पर है। बता दें कि छठ पूजा का पर्व कार्तिक शुक्ल की षष्ठी को मनाया जाता है। बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। पूजा के लिए बांस या पीतल का सूप, दूध और जल के लिए गिलास, चम्मच, सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तांबे का कलश, बड़ी टोकरी, थाली,दीपक और खाजा होना चाहिए। (Chhath Puja 2023)

चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य

छठ पूजा में  नई साड़ी,बांस की दो बड़ी-बड़ी टोकरियां,दूध और जल के लिए एक ग्लास,एक लोटा और थाली, चम्‍मच, 5 गन्ने पत्ते लगे हुए ,शकरकंदी और सुथनी,पान और सुपारी, हल्दी को जरूर शामिल करें। टोकरी में ठेकुआ के साथ फल और सब्जियां रखें। सूर्य को अर्घ्य देते समय सारा प्रसाद सूप में रखें। सूप में दीपक जलाएं। इसके बाद सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। सूप में केला, अनानास, बड़ा मीठा नींबू, मूली, अदरक, अरबी, गन्ना, कच्ची हल्दी, नारियल इन सब चीजों को सूप में सूर्य को अर्घ्य जेते समय जरुर रखें। चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। (Chhath Puja 2023)

राज्यपाल हरिचंदन ने दी शुभकामनाएं

ये अर्घ्य लगभग 36 घंटे के व्रत के बाद दिया जाता है। 20 नवंबर को यानी कल उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद इस विराट महापर्व और छठ मैया के व्रत का समापन होगा। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छठ पूजा के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि सूर्य उपासना का यह पर्व हमें प्रकृति के प्रति प्रेम का भी संदेश देता है। उन्होंने कामना की है कि छठ महापर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाए। (Chhath Puja 2023)

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