राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि पर कुष्ठ निवारण दिवस का हुआ आयोजन रोग की रोकथाम एवं भेदभाव ना करने हेतु दिलाई गई शपथ

बलौदाबाजार : कलेक्टर डोमन सिंह के निर्देश पर आजादी के अमृत महोत्सव एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर जिले भर में कुष्ठ रोग की रोकथाम हेतु वेलनेस एवं स्वास्थ्य केंद्रों सहित पंचायतों में शपथ ग्रहण कार्यक्रम के माध्यम से आम जनता को कुष्ठ की रोकथाम हेतु जागरूक किया गया। इस हेतु पंचायतों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए संदेश का वाचन किया गया। संदेश में जिले को कुष्ठ रोग से मुक्त करने हेतु गंभीर प्रयास करने,बीमारी का हर संभव पता लगाने के लिए संसाधनों का उपयोग करने,प्रभावित व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव ना करने देने और रोगी को समाज की मुख्यधारा में लाने में अपना योगदान देने की बात कही गई। इस संबंध में जिला कुष्ठ अधिकारी डॉक्टर एफ आर निराला ने बताया कि गांधी जी की पुण्यतिथि पर कुष्ठ निवारण दिवस का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष के कार्यक्रम में स्वास्थ विभाग द्वारा सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित वेलनेस केंद्र जैसे और ग्राम पंचायतों में पंच प्रतिनिधि एवं आम जनता द्वारा कुष्ठ की रोकथाम हेतु शपथ ली गई।

छत्तीसगढ़ : राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि पर कुष्ठ निवारण दिवस का हुआ आयोजन रोग की रोकथाम एवं भेदभाव ना करने हेतु दिलाई गई शपथ
शपथ ग्रहण कार्यक्रम

इसी प्रकार विकासखंड पलारी अंतर्गत ग्राम छेरकापुर में मितानिनों के प्रशिक्षण में ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी एवं कुष्ठ की प्रभारी जिला सलाहकार डॉ सुजाता पांडेय द्वारा मितानिनों के समक्ष वाचन किया गया एवं उन्हें भी शपथ दिलवाई गई। कुष्ठ रोग के संबंध में जानकारी देते हुए डॉक्टर निराला ने बताया कि कुष्ठ एक संक्रामक रोग है जो जीवाणु के माध्यम से फैलता है जिससे मुख्यत: लत्वचा, आंख, नाक और बाहरी तंत्रिका प्रभावित होती हैं।

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त्वचा में चकत्ते पड़ना,रंग उड़ना,सुन्नपन चुभन का महसूस ना होना,स्पर्श कम महसूस होना यह कुष्ठ के मुख्य लक्षण हो सकते हैं इलाज न होने पर शरीर में स्थाई विकृति भी आ जाती है। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ की जांच एवं उपचार पूरी तरह से निशुल्क है। कोई भी व्यक्ति जो कुष्ठ की एमडीटी की खुराक का पूर्ण रूप से सेवन करता है वह इस रोग से ठीक हो जाता है। वर्तमान में जिले में कुष्ठ के 336 मरीज हैं इसमें पीबी के 111 और एम बी के 225 शामिल है।

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