छत्तीसगढ़ में मौसम ने फिर ली करवट, कई इलाकों में हुई झमाझम बारिश

Chhattisgarh Raipur Rain: छत्तीसगढ़ के मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। दो दिनों तक तेज गर्मी के बाद राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में अंधड़ और बारिश दर्ज की गई है। छत्तीसगढ़ में 2 दिनों तक लोगों को तेज गर्मी का एहसास हो रहा था, लेकिन रविवार को तेज धूप के बाद मौसम में अचानक बदलाव हुआ और देखते ही देखते बारिश होने लगी। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि बस्तर संभाग के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है, लेकिन उत्तर-पश्चिमी हवाओं के आगमन से अब गर्मी तेजी से बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।

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इधर, बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान मोचा के आने की संभावना को लेकर भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके प्रभाव से 8 मई की सुबह तक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। जबकि 9 मई के आसपास दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक सिस्टम केंद्रित होने की संभावना है। इसके बाद खाड़ी के उत्तर से मध्य भाग की ओर चक्रवाती तूफान के बढ़ने की प्रबल संभावना है। बताया जा रहा है कि चक्रवात बनने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। (Chhattisgarh Raipur Rain)

छत्तीसगढ़ में मोचा को लेकर संशय

वहीं चक्रवाती तूफान मोचा का छत्तीसगढ़ में क्या असर होगा, इसे लेकर मौसम विभाग संशय की स्थिति में है। रायपुर मौसम विभाग का कहना है कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा इसकी अलग जानकारी भेजी जा रही है और लोगों को अलर्ट रहने भी कहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब तक चक्रवाती तूफान की दिशा और हवा की रफ्तार का पता नहीं चलता तब तक ये स्पष्ट नहीं किया जा सकता कि छत्तीसगढ़ में इसका कोई असर होगा या नहीं। हालांकि तटीय इलाकों में मौसम विभाग ने पहले ही लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। (Chhattisgarh Raipur Rain)

ओडिशा के 18 जिलों में अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में रविवार से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने ओडिशा के 18 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान आने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद हाईलेवल रिव्यू की। पटनायक ने मोचा का सामना करने की स्थिति में सभी विभागों को तैयार रहने को कहा। पश्चिम बंगाल के सभी चक्रवात संभावित जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। SDRF, NDRF और अन्य किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।

मछुआरों के लिए एडवाइजरी जारी

मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि वे 8 मई से 11 मई 2023 तक समुद्र में न जाएं। चक्रवात मोचा के कारण आंध्र प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दो-तीन दिनों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है। गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।मौजूदा स्थितियों को देखते हुए अनुमान लगाया गया है कि चक्रवात भारत के दक्षिण तटीय क्षेत्रों, ओडिशा और दक्षिण-पूर्व गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजरेगा। (Chhattisgarh Raipur Rain)

यमन ने रखा तूफान मोचा का नाम 

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक 8 मई की रात से हवा की रफ्तार बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे और 10 मई से 80 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। 7 मई को समुद्र की स्थिति खराब और 8 तारीख से बहुत खराब रहने की संभावना है। इस तूफान को मोचा नाम यमन ने दिया है। मोचा एक यमन का शहर है, जिसे मोखा भी कहते हैं। ये शहर अपने कॉफी व्यापार के लिए जाना जाता है। इसी के नाम पर मोचा कॉफी का भी नाम पड़ा। बता दें कि ESCAP उत्तरी हिंद महासागर में बनने वाले तूफानों का नाम देने के लिए 13 देशों का एक पैनल है। इसमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं। हर देश को एल्फाबेटिकल आधार पर चक्रवात का नाम रखना होता है।

 ग्रीक भाषा के साइक्लोस से बना है साइक्लोन

बता दें कि साइक्लोन शब्द ग्रीक भाषा के साइक्लोस से लिया गया है, जिसका अर्थ है सांप की कुंडलियां। इसे ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में ट्रोपिकल साइक्लोन समुद्र में कुंडली मारे सांपों की तरह दिखाई देते हैं। साइक्लोन एक गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं। जब ये साइक्लोन जमीन पर पहुंचते हैं, तो अपने साथ भारी बारिश और तेज हवाएं लेकर आते हैं। ये हवाएं उनके रास्ते में आने वाले पेड़ों, गाड़ियों और कई बार तो घरों को भी तबाह कर सकती हैं। वहीं कई बार इसका खतरनाक असर भी देखने को मिलता है।  (Chhattisgarh Raipur Rain)

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