संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं के ज्ञान से विधायकों की बढ़ेगी कार्यकुशलता: CM साय
CM in Prabodhan Karyakram: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम लोगों का सौभाग्य है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रबोधन कार्यक्रम में हम सबके बीच उपस्थित है। उनके अनुभव का हम सभी को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम में मिले संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं के ज्ञान से विधायकों की कार्यकुशलता बढ़ेगी। मैं विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने दो दिन का यह सुन्दर कार्यक्रम आयोजित किया है।
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उन्होंने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम में मिले मार्गदर्शन से सभी विधायकों लाभान्वित हुए हैं। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह स्वास्थ्यगत कारणों से उपस्थित नहीं हो सके। उनका संदेश संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेषित किया। उन्होंने कहा कि हम सब आह्लादित है कि केंद्रीय गृहमंत्री प्रबोधन कार्यक्रम में उपस्थित हुए। उन्होंने देश के महत्वपूर्ण समस्याओं का सार्थक हल निकाला है। उनकी उपस्थिति विधायकों की विधानसभा से संबंधित समझ बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी होगी।इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम में देश के शीर्षस्तर के नेतृत्व ने प्रबोधन किया, जो विधायकों को जीवन भर आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे। इस मौके पर डिप्टी CM विजय शर्मा भी उपस्थित थे। (CM in Prabodhan Karyakram)
आज आदरणीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah जी छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल हुए।
माननीय शाह जी के ओजस्वी उद्बोधन ने सभी विधायक साथियों के अंदर नवीन ऊर्जा का संचार किया। विधानसभा की कार्यप्रणाली एवं संसदीय प्रक्रियाओं से अवगत कराने के लिए आयोजित… pic.twitter.com/7qbxAGeAvv
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 21, 2024
बता दें कि प्रबोधन कार्यक्रम 20 जनवरी को शुरू हुई थी, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख माड़विया, उत्तरप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना शामिल हुए। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि पक्ष-विपक्ष में सामंजस्य रहना चाहिए, तभी लोकतंत्र फलेगा-फूलेगा। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि जो विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि जिसका लोगों से मेल-मिलाप नहीं छूटता, उसकी लीडरशिप पक्की होती है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जीवन की अंतिम सांस तक सीखते रहना ही सफलता का मूल मंत्र है। (CM in Prabodhan Karyakram)