लोकसभा चुनाव से पहले I.N.D.I.A गठबंधन में दरार!, ममता बंगाल में कांग्रेस को सिर्फ 2 सीट देने पर अड़ी

INDIA Alliance News: लोकसभा चुनाव को कुछ ही महीने बाकी है, लेकिन चुनाव से पहले ही विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में टूट के संकेत मिलने लगे हैं। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और CM ममता बनर्जी राज्य में 42 में से 40 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर चुकी हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वे कांग्रेस को बहरामपुर और मालदा दक्षिण सीट ही देंगी। 2019 में ये सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। कांग्रेस ज्यादा जोर लगाए तो दार्जिलिंग सीट दे सकती है, जो अभी भाजपा के पास है। वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी कह चुके हैं कि 5 सीट तो कांग्रेस अपने दम पर जीत जाएगी। ममता सीटें देने वाली कौन हैं।

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बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ राहुल गांधी 29 या 30 जनवरी को पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर सकते हैं।कांग्रेस नेताओं को राहुल की यात्रा से बहुत उम्मीदें हैं। ऐसे में वो कम से कम 9 से 10 सीटें ममता से मांग सकती है। अगर वे राजी नहीं हुईं तो सीपीएम को साथ लेकर इन सीटों पर उतर सकती है। इनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मुर्शीदाबाद जिले की जंगीपुर सीट, उत्तर दिनाजपुर की रायगंज सीट, मालदा उत्तर की सीट भी शामिल है। जंगीपुर में प्रणब के बेटे अभिजीत चुनाव जीते थे। रायगंज कांग्रेस की पारंपरिक सीट है और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी लंबे समय तक जीतते रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल को 22, भाजपा को 18, कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं। (INDIA Alliance News)

AAP और कांग्रेस में 8 जनवरी को हुई थी बैठक

इधर, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर 8 जनवरी को बैठक हुई, जिसमें AAP दिल्ली में कांग्रेस को 3 सीटें और पंजाब में 6 सीटें देने को तैयार है, लेकिन बदले में हरियाणा में 10 में से 3 सीटें और गुजरात में 26 में से 1 सीट पर AAP अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है। वहीं गोवा में भी AAP एक सीट पर चुनाव लड़ने की डिमांड कर रही है। बिहार में जदयू ने भी सीटों को लेकर झुकने से इनकार कर दिया है। पार्टी ने इस बार 17 सीटों पर दावा किया है। इनमें 16 सीटें वे हैं, जिन पर पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए के साथ गठबंधन में रहते हुए उसने जीत हासिल की थी। एक सीट पर वह दूसरे नंबर पर रही थी। (INDIA Alliance News)

लोकसभा को लेकर अभी तक नहीं बन पाई रणनीति !

जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमारी पार्टी ने पिछले चुनाव में 16 सीटें जीती थीं और इन सीटों पर हम समझौता नहीं करेंगे। त्यागी ने गठबंधन में फैसलों पर देरी को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि गठबंधन के संरक्षणात्मक ढांचे से लेकर उम्मीदवारों के चयन और संयुक्त सभाओं का न होना चिंता का विषय है। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने भी कहा कि जदयू की जो चिंता है, वह हमारी और सभी दलों की है। कांग्रेस और आप के नेता लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली और पंजाब में सीटों के बंटवारे पर सोमवार को मिले। कांग्रेस सांसद मुकुल वासनिक ने कहा कि कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम फिर मिलेंगे। उसके बाद सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। अब देखना होगा कि चुनाव आते-आते ये एकजुट हो पाते हैं या नहीं। (INDIA Alliance News)

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