मुख्यमंत्री आज तेंदूपत्ता संग्राहकों को जारी करेंगे राशि, नैना को दी बधाई

CM On Tendupatta: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 दिसंबर को विधानसभा सत्र में भाग लेंगे और वहां छत्तीसगढ़ विधानसभा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा शहीद महेन्द्र कर्मा तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना और छात्रवृत्ति योजनांतर्गत हितग्राहियों समेत छात्र-छात्राओं को राशि का वितरण करेंगे। साथ ही वे बिलासपुर और अंबिकापुर में सी-मार्ट का शुभारंभ भी करेंगे। 

यह भी पढ़ें:- छत्तीसगढ़ की नैना को मिला लैंड एडवेंचर अवॉर्ड, राष्ट्रपति मुर्मू ने किया सम्मानित

मुख्यमंत्री बघेल निर्धारित दौरा कार्यक्रम के तहत 2 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे मुख्यमंत्री निवास रायपुर से प्रस्थान कर 10.50 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंचेंगे और विधानसभा सत्र में भाग लेंगे। वे इस दौरान विधानसभा में दोपहर 1 बजे से 1.30 बजे तक आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा शहीद महेन्द्र कर्मा तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना और छात्रवृत्ति योजनांतर्गत हितग्राहियों और छात्र-छात्राओं को राशि का वितरण करेंगे। साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही बिलासपुर और अम्बिकापुर में सी-मार्ट का शुभारंभ भी करेंगे। (CM On Tendupatta)

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किए जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी है। पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेजनिंग नोर्गे राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत लैंड एडवेंचर पुरस्कार से सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि सुश्री नैना ने यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने नैना के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। (CM On Tendupatta)

बता दें कि नैना सिंह धाकड़ ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और चौथी ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से में 10 दिनों के भीतर चढ़ाई कर तिरंगा फहराया था। नैना यह उपलब्धि करने वाली भारत की पहली महिला पर्वतारोही है। नैना सिंह धाकड़ बस्तर के एकटागुड़ा की रहने वाली हैं। नैना करीब 10 साल से पर्वतारोहण में सक्रिय हैं। नैना ने दुनिया की सबसे ऊंची माउंट एवरेस्ट में चढ़ाई कर नया कीर्तिमान रचा था। इसके साथ ही दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी लोत्से पर चढ़ाई की थी। नैना छत्तीसगढ़ की पहली बेटी है, जिन्होंने इस कामयाबी को हासिल किया है। इन दोनों चोटियों पर तिरंगा लहराया था। साथ ही ‘बेटी बचाव, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश भी दिया था।  (CM On Tendupatta)

Related Articles

Back to top button