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Congress on Farmers Demand: कांग्रेस महासचिव और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने किसानों के मुद्दे को लेकर दिल्ली स्थित AICC मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने तीन काले कानून इस वादे के साथ वापस लिए थे कि MSP की गारंटी का कानून लाया जाएगा, लेकिन 2 साल बीत गए। एक बार फिर देश के किसान दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं। किसान चाहते हैं कि वे शांतिपूर्वक दिल्ली आकर मोदी सरकार के सामने अपनी मांग रख सकें, उन्हें वादा याद दिलाएं, लेकिन अन्नदाता किसानों को बैरिकेड्स, कीलें, तारें लगाकर रोका गया। नरेंद्र मोदी के पास फिल्म देखने का वक्त है, पर किसानों से मिलने का समय नहीं है।
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सुरजेवाला ने कहा कि जब देश के कृषि मंत्री से संसद में पूछा गया कि MSP की गारंटी का कानून बनाएंगे या नहीं? तो वे सरेआम उसे टाल गए। वहीं जब उनसे पूछा गया कि किसानों को कर्ज से राहत मिलेगी या नहीं? तो वे इससे भी इनकार कर गए। हमारी मांग है कि देश के प्रधानमंत्री किसानों को बातचीत के लिए बुलाकर इसी संसद सत्र में MSP की गारंटी का कानून पारित करें। मोदी सरकार के खेती और किसानों से जुड़े 5 झूठ है। पहला- कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार सारी फसलें MSP पर खरीदती है। सच्चाई ये है कि गेहूं को छोड़ दिया जाए तो ये सरकार 1% से भी कम फसल MSP पर खरीदती है। दूसरा- कृषि मंत्री ने कहा कि लागत पर 50% मुनाफा दिया जा रहा है। वहीं इसी सरकार ने अपने शपथ पत्र में कहा कि अगर किसानों को लागत पर 50% मुनाफा दिया जाए तो बाजार खराब हो जाएगा। (Congress on Farmers Demand)
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
तीसरा- कृषि मंत्री ने आज शेखी बघारी कि MSP लागत से 200%-300% मुनाफे पर दी जा रही है। सच्चाई ये है कि BJP शासित प्रदेशों में निर्धारित की गई MSP अलग-अलग फसलों की लागत से 100%-200% तक कम हैं। चौथा- कृषि मंत्री ने कहा कि हमने MSP को 80 से 150 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है और इससे जुड़ा चार्ट सदन के पटल पर रख दिया। इसकी सच्चाई से जुड़ा पिछले 2 साल का चार्ट हमने निकालकर रख दिया कि पछले साल और इस साल MSP क्या हैं? पांचवां- सोयाबीन की लागत मूल्य 4,892 रुपए है, जो मध्यप्रदेश में 4,000 रुपए से भी कम में बिकी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम इसे 6,000 रुपए में खरीदेंगे, लेकिन लगता है PM मोदी की जुबान की भी कोई कीमत नहीं है। (Congress on Farmers Demand)
कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री से किए सवाल
कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किए हैं। उन्होंने कहा कि PM को फिल्में देखने की फुर्सत है तो देश के किसानों से बात करने की फुर्सत क्यों नहीं? किसान दिल्ली आकर अपने प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार क्यों नहीं लगा सकता? देश के प्रधानमंत्री किसानों से मिलने से क्यों बच रहे हैं? MSP की गारंटी का कानून किसानों को कब मिलेगा? इस संसद सत्र में MSP की गारंटी का कानून क्यों नहीं लाया जा सकता? अगर कॉर्पोरेट कंपनियों को टैक्स में राहत देकर सालाना 3 लाख करोड़ दिया जा सकता है, 17 लाख करोड़ रुपए बैंक का बट्टे खाते में डाला जा सकता है, तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं हो सकता? (Congress on Farmers Demand)
कांग्रेस का सरकार पर सीधा निशना
कांग्रेस ने कहा कि देश के किसान एक बार फिर सड़कों पर हैं। वे सरकार के सामने अपनी बात रखना चाहते हैं, सरकार से अपनी मेहनत का हक मांगना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि सरकार उन्हें फसलों का सही दाम दे। उन्हें MSP की लीगल गारंटी दी जाए, लेकिन नरेंद्र मोदी से ये बर्दाश्त कहां होता। किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए, आंसू गैस के गोले दागे गए, निर्दोष किसानों पर लाठियां चलाई गईं। नरेंद्र मोदी ने ठान लिया है- न वो किसानों से बात करेंगे, न उनकी कोई मांग पूरी की जाएगी। सच है कि नरेंद्र मोदी सिर्फ अपने दोस्त अडानी के लिए देश चला रहे हैं, उन्हें किसानों की कोई फिक्र नहीं। हमारी मांग है कि किसानों पर लाठीचार्ज, उनके रास्तों में कीलें बिछाने के बजाय उन्हें दिल्ली आने दिया जाए और शांतिपूर्वक तरीके से उनके प्रतिनिधिमंडल से बात हो। (Congress on Farmers Demand)