विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा, मरकाम ने अपने ही सरकार को घेरा

Chhattisgarh Budget Session: छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही 13 मार्च को फिर से शुरू हुई। सत्र के छठे दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। सदन में प्रश्नकाल के दौरान PCC चीफ मोहन मरकाम के सवालों के बाद पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने अपनी बात रखी। सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खान और खनिज अधिनियम के तहत अधिसूचित छत्तीसगढ़ गौण खनिज साधारण रेत का उत्खनन और व्यवसाय नियम 2023 पटल पर रखा। प्रेमसाय सिंह टेकाम ने माध्यमिक शिक्षा मंडल अधिनियम की अधिसूचना 20 सितंबर 2022 पटल पर रखा। मंत्री शिव डहरिया ने नगरपालिका अधिनियम 5 अधिसूचना पटल पर रखा।

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वहीं शून्यकाल के दौरान विपक्ष के नेताओं ने राज्यपाल के अभिभाषण पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया गया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई। पूर्व मंत्री ने कहा कि अंग्रेजी में अलग और हिंदी में अभिभाषण अलग है। अंग्रेजी में कम और हिंदी में अभिभाषण का पैराग्राफ ज्यादा है। वहीं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्यपाल के साथ फ्रॉड हुआ, जिस अभिभाषण को स्वीकृत नहीं किया, उस भाषण की प्रतियां बांटी गई है। इस पर मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि हमने आरक्षण पर वो लाइनें रखी हैं, भाजपा क्या आरक्षण का विरोध कर रही। (Chhattisgarh Budget Session)

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा में कानून बनाता है, पढ़ने के लिए राज्यपाल को अलग कॉपी दी है। इससे पहले बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल में मोहन मरकाम ने अपनी ही सरकार को सवालों में घेरा। उन्होंने कोंडागांव में DMF फंड के बंटवारे में बंदरबांट करने का आरोप लगाया है। सवाल किया गया कि RES निर्माण एजेंसी है तो कब से सरकार में सप्लाई का काम कर रही है। मरकाम ने मंत्री रविंद्र चौबे से पूछा कि क्या इसमें जांच कराएंगे। क्या निर्माण एजेंसी सप्लाई का काम कर रही है। 7 करोड़ DMF के पैसे का बंदरबाट किया गया है। एक ही अधिकारी को बहुत से पद पर बैठाया गया है। 

इस पर विपक्ष के सदस्य शिवरतन ने कहा कि खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आरोप लगा रहे हैं। मंत्री को इस पर त्याग पत्र दे देना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में DMF में गड़बड़ी हो रही है। रुद्र गुरु ने कहा कि अभी तो पता चल रहा है, 15 साल में क्या हुआ बात सामने नहीं आई। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मामला गंभीर है हम तो अध्यक्ष को धन्यवाद दे रहे हैं गंभीर मामले को उठाया। विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जो निर्माण एजेंसी है उसे क्रय करने का अधिकार है। क्या जो मरकाम जो कह रहे हैं 7 करोड़ का जांच करवाएंगे।

मंत्री रविंद्र चौबे कहा कि हां अधिकार है आपके समय का नियम है, कलेक्टर को अधिकार है जिसको नोडल एजेंसी बनाए। मैं नहीं समझ रहा कि 7 करोड़ का पूरा बंदरबांट हुआ होगा। राज्य स्तर के अधिकारी भेजकर जांच करवा लूंगा। वहीं धरमजीत ने कहा कि कितने भय मुक्त होकर मरकाम बोल रहे हैं। अधिवेशन में फोटो नहीं लगाए। फिर हटने वाले हैं ये बयान दे दिए तो ऐसे सवाल तो पूछेंगे ही। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि 7 करोड़ का मसला है मैंने कहा तीन साल की खरीदी का मामला है। कोंडागांव जागरुक जिला है, उसमें कोई आपत्ति नहीं है। राज्य के अफसर से जांच कराने के निर्देश कर दूंगा। 1 महीने का टाइम लिमिट कर देता हूं, पुराने कार्यकाल के मसले हैं। 1 महीने में रिपोर्ट आएगी। अफसरों पर भी कार्रवाई होगी। (Chhattisgarh Budget Session)

बता दें कि सबसे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही दिवंगत पूर्व सांसद सोहन पोटाई को श्रद्धांजलि दी गई है। कुछ देर मौन रखकर 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई। पक्ष-विपक्ष के सभी नेताओं ने सोहन पोटाई से जुड़ी अपनी यादें शेयर कर उनकी प्रशंसा की। लखमा ने कहा कि वे बस्तर की आवाज रहे। बस्तर लोकसभा सामान्य होने जा रही थी, ये सीट आदिवासी के नाम से बची है तो उन्हीं के साथ बची है। बृजमोहन ने कहा कि ऐसा व्यक्तिव जो बस्तर की आवाज बनकर देश में गूंजा। आदिवासियों की कठिनाइओं और तकलीफों पर काम किया। शिशूपाल सोरी ने कहा कि पूरा आदिवास समाज स्तब्ध है। वो प्रखर आवाज बनकर उभरे किसी भी मुद्दे पर जहां समाज की बात आती थी पार्टी की लीक से हटकर बात करते थे। (Chhattisgarh Budget Session)

पुन्नू लाल मोहले ने कहा कि पोटाई जी संसद में आवाज उठाते थे। आदिवासी समाज के लिए लड़ाई लड़ी, पार्टी से भी हंगामा करते थे। समाज को आगे बढ़ाने में काम किया। धरम लाल कौशिक ने कहा कि दबंग नेता के रूप में उनकी पहचान रही। लगातार 4 बार लोक सभा का चुनाव जीते। संसद में जल जंगल जमीन की आवाज उठाई। संत रात नेताम ने कहा कि बहुत से सांसद संसद में बात नहीं रख पाते। मगर सोहन पोटाई ने ये काम किया, हमें उनपर घमंड है, दबंग नेता के रूप में काम किया। इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही 6 मार्च को स्थगित कर दी गई थी। इसी दिन CM भूपेश बघेल ने 2023 का बजट पेश किया था। होली की वजह से विधानसभा की छुट्‌टी थी। (Chhattisgarh Budget Session)

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