छत्तीसगढ़ में फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, 7 मिनट में 2 बार हिली धरती

Earthquake in Jagdalpur: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के कई इलाकों में बुधवार रात को 7 मिनट के अंतराल में भूकंप के 2 झटके महसूस किए गए हैं। शहर के आमागुड़ा, कुम्हारपारा, पथरागुड़ा के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों आड़ावाल, सेमरा, करकापाल में भूकंप के झटके लगे हैं। यह भूकंप रात 7.53 बजे और 8 बजकर 5 मिनट पर आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक जगदलपुर से 2 किमी दूर उत्तर पूर्व में 5 किमी गहराई पर 2.6 तीव्रता का भूकंप आया है। इसके बाद इलाके में रहने वाले लोग डर के चलते घर से बाहर निकलकर खड़े हो गए।

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भूकंप के झटके को लेकर लोगों ने बताया कि जैसे ही झटके महसूस किए गए वे अपने घर और दुकान से बाहर निकल आए। अचानक उन्होंने कंपन महसूस किया। जमीन में नीचे 2 से 3 बार कंपन हुआ, जिसके कारण वे डर गए। लोग अपनी-अपनी दुकानें छोड़कर बाहर आकर खड़े हो गए, उन्हें डर था कि कहीं उनका दुकान या घर गिर न जाए। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन भूकंप के झटकों से एक कार जमीन में धंस गई। (Earthquake in Jagdalpur)

इस वजह से महसूस होते हैं भूकंप के झटके

बता दें कि छत्तीसगढ़ में भूकंपीय गतिविधि की जो दर है, वह बहुत कम है। वजह ये है कि छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्से में भूगर्भ में बेहद सख्त आग्नेय चट्टानें हैं। सिर्फ उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्से भूगर्भीय संरचना के कारण संवेदनशील हैं। यहां 2-3 तीव्रता वाले भूकंप आते रहे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। (Earthquake in Jagdalpur)

रिक्टर स्केल पर मापी जाती है तीव्रता

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है। भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है। वहीं कई बार सिर्फ झटके ही महसूस होते हैं। नुकसान कुछ नहीं होता। बता दें कि हर साल पूरी दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है। (Earthquake in Jagdalpur)

हर साल 20 हजार भूकंप होते हैं रिकॉर्ड 

नेशनल अर्थक्वेक इंफोर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20 हजार भूकंप रिकॉर्ड करता है। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं, जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। भूकंप कुछ सेकेंड या कुछ मिनट तक रहता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में हिंद महासागर में आया था। ये भूकंप 10 मिनट तक रहा था। कई भूकंप सामान्य होते हैं। जबकि कई भूकंप इतने खतरनाक होते हैं कि कई लोगों की मौत हो जाती है। (Earthquake in Jagdalpur)

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