बेटियों ने पिता के खातिर ली बैल की जगह,खुद की खेतों की जुताई, लहलहा उठी फसल, अब CM बघेल देंगे 4 लाख

कोंडागांव : कहते हैं बेटियां बेटों से कम नहीं होती, क्योंकि वक्त आने पर वह हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहती है, छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के उमरगांव से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां दो बेटियों ने अपने पिता के लिए ऐसा काम किया, जिसे सुनकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हैरान रह गए, अब मुख्यमंत्री ने भी इन बेटियों की मदद करने का ऐलान किया है, आपको दोनों बेटियों के साहस की कहानी बताने जा रहे हैं।

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पिता के लिए बैलों की जगह बेटियों ने खुद की खेत की जुताई 

दरअसल, उमरगांव में रहने वाले एक गरीब किसान की दो बेटियों ने अपने पिता के लिए बैलों की जगह खुद खेत की जुताई करने का काम किया है, मामला उमरगांव निवासी चार सदस्यों के एक गरीब परिवार से जुड़ा हुआ है, किसान के घर में उसकी पत्नी के अलावा दो बेटियां ही हैं। जिनमें पहली 22 साल की बेटी का नाम हेमबती और दूसरी 18 साल की लखमी है, गरीबी के चलते परिवार काफी परेशानी में रहता था, पिता के पास थोड़ी सी जमीन थी, लेकिन उसे जोतने के लिए उसके पास बैल तक नहीं थे, ऐसे में पिता ने खेती बेचने का फैसला कर लिया, लेकिन बेटियों ने पिता को ऐसा करने से रोक लिया।

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बेटियों ने पिता से कहा कि वह खेत में काम करेगी. बस फिर क्या था दोनों बहनों ने खेती शुरू कर दी. बैलों की जगह बेटियों ने खुद हल खींचकर पूरे खेत की जुताई कर दी. नतीजा यह रहा कि अब इस परिवार की खेती भी संभलने लगी है. पिता ने बताया कि गरीबी की वजह से अमल साय अपनी बेटियों को पढ़ा नहीं पाए. परिवार के भरण-पोषण के लिए जब खेत बेचने की नौबत आ गई, तब बेटियों ने अपने पिता को रोकते हुए कहा आप हमारी जिंदगी बदलने के लिए खेत बेचना चाहते हैं, लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी.

रंग लाई मेहनत 

बेटियों की मेहनत रंग लाई उनके खेत में अब फसल भी तैयार हो गई है. हालांकि राजीव गांधी किसान न्याय योजना ने भी परिवार को सहारा दिया. उन्हें अपने उपज की अच्छी कीमत मिलने लगी. अब यह परिवार कम संसाधनों के बावजूद पांच एकड़ में बेहतर खेती करता है, लेकिन इसके लिए बेटियों को अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ अभी भी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, ऐसे में पिता को भी अपनी बेटियों पर नाज है कि उनकी बेटियों की वजह से ही आज उनका घर सवर पाया।

सीएम बघेल देंगे 4 लाख रुपए 

वहीं जब दोनों बेटियों की मेहनत की जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मिली तो वह भी उनका साहस और हौसला सुनकर हैरान रह गए. मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परिवार की आर्थिक मदद के लिए 4 लाख रुपए स्वीकृति किए हैं, सीएम बघेल ने कोंडागांव जिले के कलेक्टर से परिवार के सम्बंध में पूरी जानकारी मंगवाई और परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में 4 लाख रुपए की मदद दी है. सीएम बघेल ने बेटियों के साहस की जमकर तारीफ भी की है।

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