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Delhi Fire: 3 मंजिला इमारत में लगी आग, जिंदा जलने से 27 लोगों की मौत, मृतकों में 2 दमकलकर्मी भी शामिल

Delhi Fire: दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास 3 मंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग में अचानक आग लग (Delhi Fire) गई, जिसने देखते ही देखते भीषण रूप ले लिया। इस हादसे में अब तक 27 लोगों की जलकर मौत हो गई है। मृतकों में दमकल विभाग के दो कर्मचारी भी शामिल हैं। वहीं 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने इमारत के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया। साथ ही उनसे पूछताछ कर रही है। जानकारी के मुताबिक दमकल विभाग को आग लगने की सूचना शुक्रवार को शाम 4.40 बजे मिली थी।

Delhi Fire
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सूचना पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने करीब 7 घंटे बाद आग (Delhi Fire) पर काबू पा लिया गया था। हालांकि देर रात 12 बजे के बाद आग फिर बढ़ने लगी, जिस पर वहां मौजूद दमकल कर्मियों ने काबू पाया। रेस्क्यू टीम ने इमारत की खिड़कियां तोड़कर फंसे लोगों को बचाया। रात को NDRF की टीम भी मौके पर पहुंच गई। बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर से शुरू हुई आग तेजी से फैली और ग्राउंड फ्लोर को छोड़कर इमारत की ऊपरी तीन मंजिलें लपटों से घिर गईं।

150 लोगों का किया गया रेस्क्यू

फायर विभाग के डिवीजनल ऑफिसर सतपाल भारद्वाज ने बताया कि जिस बिल्डिंग में आग लगी, वहां कई कंपनियों के ऑफिस थे। यहां से करीब 150 लोगों को रेस्क्यू किया गया। 100 लोगों की टीम इसके लिए तैनात की गई। दिल्ली पुलिस ने घटनास्थल से संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया, ताकि घायलों को तेजी से अस्पताल तक पहुंचाया जा सके। इस इलाके में उचित भवन नहीं थे इसलिए इस इमारत का NOC नहीं हुआ। इन्हें फायर की तरफ से NOC नहीं मिला।

मृतकों की बढ़ सकती है संख्या

आउटर दिल्ली के DCP समीर शर्मा ने बताया कि रात को करीब 1 बजे तक भी बिल्डिंग में रेस्क्यू का काम पूरा नहीं हुआ है। हो सकता है कि कुछ और शव यहां मिलें। अब तक जो शव मिले हैं, वो ऐसी हालत में है कि उनकी शिनाख्त मुश्किल है। लिहाजा पुलिस फॉरेंसिक टीम की मदद लेगी। लापता लोगों से इनके सैंपल मैच कराए जाएंगे, ताकि मृतकों की पहचान की जा सके। लापता लोगों की लिस्ट तैयार कर ली जाएगी।

पुलिस ने आशंका जताई है कि आग में जलने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। मलबे में कुछ और शव दबे हो सकते हैं। इधर, दिल्ली पुलिस ने बताया कि मेट्रो स्टेशन के पास बनी ये इमारत एक 3 मंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग है, जिसे ऑफिस स्पेस के तौर पर कंपनियों को किराए पर दिया जाता है। इस इमारत की फायर NOC नहीं थी। पुलिस ने इमारत के मालिक हरीश गोयल, वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया है।

शॉर्ट सर्किट बनी अग्निकांड की वजह

इमारत की पहली मंजिल पर CCTV की फैक्ट्री और गोदाम है। यहां शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और पूरी बिल्डिंग आग की चपेट में आ गई। फैक्ट्री में काफी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। इमारत में प्रवेश और निकास एक ही होने से बचाव कार्य जल्द शुरू नहीं हो सका। जगह काफी कंजस्टेड होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी परेशानी आई। इमारत में रखा हुआ सामान पूरी तरह जल गया है। जिन 27 लोगों की मौत हुई, वे ऊपर की तीन मंजिलों में ही फंसे हुए थे।

इमारत की खिड़कियों से निकलते धुएं के बीच लोगों को JCB मशीन और क्रेन के​​​​​ सहारे नीचे उतारा गया, वहीं कुछ लोग रस्सी की मदद से नीचे आए। दिल्ली फायर सर्विस के डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर सुनील चौधरी ने बताया कि कुछ लोग बिल्डिंग से कूद गए, जिससे वो घायल हो गए। मौके पर फायर ब्रिगेड की 27 गाड़ियां भेजी गई थीं। एंबुलेंस भी तैनात है। देर रात आग पर काबू पाने के बाद दमकलकर्मियों ने पूरी इमारत की तलाशी ली, ताकि घायलों और शवों का पता लगाया जा सके।

लोगों का कहना है कि बिल्डिंग में जगह कम थी और ज्यादा लोग काम कर रहे थे। ऐसे में जब आग भड़की तो अफरा-तफरी मच गई, जिससे लोग खुद से बचकर नहीं भाग पाए और हादसे के शिकार हो गए।यहां CCTV का गोदाम था। गोदाम में आग लगने से लपटें और भीषण हो गई, जिससे दमकल कर्मियों को आग बुझाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। DCP समीर शर्मा ने कहा कि ये बहुत दर्दनाक घटना थी, घटना में 12 लोग घायल हुए हैं। करीब 30 दमकल की गाड़ियां आईं। सभी घायल अस्पताल में भर्ती हैं।

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