छत्तीसगढ़ में इस साल हाथी के हमले से 74 लोगों की मौत, जानिए बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें

Elephant Human Conflict: छत्तीसगढ़ में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। वहीं इस साल हाथी के हमले से 74 लोगों की मौत हो चुकी है। औसतन हर साल फसल और मकान क्षतिग्रस्त करने के 18 से 20 हजार मामले सामने आते हैं। यानी हर दिन फसल और मकान हानि के 50 से ज्यादा मामले दर्ज किए जाते हैं। प्रदेश में हर पांचवे दिन हाथियों के हमले में एक व्यक्ति की मौत होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में इंसान और हाथियों के टकराव हो रहे हैं। इसके लिए वन विभाग द्वारा समय-समय पर सुरक्षा संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं। इसके तहत हाथियों से बचाव के लिए गांव में हाथी आने पर इसकी सूचना निकटवर्ती वन कर्मचारी को तुरंत दें, सभी घरों के बाहर पर्याप्त रोशनी करके रखें, ताकि हाथी के आने से पहले ही दूर से पता चल जाए।

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हाथियों से सामना होने की स्थिति में उससे ज्यादा से ज्यादा दूरी बना कर रखें, हाथी विचरण क्षेत्र में अपने ग्रामों के वृद्ध, अपाहिज और छोटे बच्चों की सुरक्षा का खास ध्यान रखें। जन-धन हानि होने की स्थिति में बदले की भावना से प्रेरित होकर हाथियों के पास न जाएं, बल्कि वन विभाग को सूचित कर मुआवजा राशि की प्रक्रिया करवाने में सहयोग करें, पहाड़ी स्थानों में सामना होने की स्थिति में पहाड़ी की ढलान की ओर दौड़े, उपर की ओर नहीं क्योंकि हाथी ढलान में तेज गति से नहीं उतर सकता, लेकिन चढ़ाई में वह दक्ष होता है।  गांवों में हाथी आने पर क्या नहीं करना चाहिए के संबंध में कहा गया है कि किसी भी प्रकार का शोरगुल और हल्ला न करें और उस क्षेत्र को तुरंत छोड़ देवें, सेल्फी और फोटो लेने की उत्सुक्ता में हाथी के नजदीक बिल्कुल भी न जाएं। (Elephant Human Conflict)

हाथियों के विचरण वाले इलाके में ना जाएं

यह प्राण घातक हो सकता है, हाथियों को फसल लगे खेतों में होने की स्थिति का पता चलने पर उन्हें खदेड़ने के लिए उनके पास न जाएं, न ही जाने का प्रयास करें। हाथियों को गुलेल, तीर, मशाल और पत्थरों से बिल्कुल न मारें इससे वे आक्रमक होकर आपकी दिशा में बढ़कर जनहानि कर सकते हैं। शौच के लिए खुले खेत और जंगल से लगे स्थानों पर न जावें, घरों में बने शौचालयों का अधिकतम इस्तेमाल करें। हाथी विचरण क्षेत्रों में देशी शराब और महुआ से बनी शराब न बनावें भंडारण करें, हाथियों को शराब की गंध दूर से आकर्षित करती है। हाथियों के विचरण क्षेत्रों में तेंदूपत्ता, फुटु, बांस के संग्रहण के लिए और मवेशी चराने ना जाएं। (Elephant Human Conflict)

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