अमेरिका में समलैंगिक विवाह को मिली मान्यता, राष्ट्रपति बाइडन ने बिल पर किए साइन

Same Sex Marriage: अमेरिका में समलैंगिक विवाह को मान्यता दे दी गई है। राष्ट्रपति बाइडेन ने सेम सेक्स मैरिज बिल को कानून का रूप दे दिया है। उन्होंने इस बिल पर साइन कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बिल पर साइन होते ही अब समलैंगिक विवाह को मान्यता दी जाएगी। अमेरिका में अब सेम सेक्स मैरिज करना गलत नहीं होगा। साल 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे देश भर में बैन कर दिया था। इस दौरान बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी नागरिकों को इस पल का काफी लंबे समय से इंतजार था, जो लोग समानता और न्याय के पक्ष में थे, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और उनके लिए ये पल अहम है। ऐसा बहुत ही कम होता है जब डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स साथ मिलकर कोई फैसला लें। सेम सेक्स मैरिज बिल का कानून बनना ऐसा ही मौका है।

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बता दें कि अमेरिकी सीनेट में बिल को पास करने के लिए 100 सदस्यों में से 61 सदस्यों के वोट की जरूरत थी, जिसमें से 11 रिपब्लिकन सांसदों ने भी इसका समर्थन किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि प्यार-प्यार होता है। हर व्यक्ति को प्यार करने का अधिकार है। लोगों को शादी करने का और किस व्यक्ति से शादी करने का अधिकार है। इसका फैसला वे खुद ले सकते हैं। बाइडेन पहले भी कह चुके हैं कि लव इज लव और अमेरिका में रहने वाले हर नागरिक को उस व्यक्ति से शादी करने का हक है, जिससे वो प्यार करते हैं। (Same Sex Marriage)

जानकारी के लिए बता दें कि जून में सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के अधिकार की रक्षा करने वाले फैसले को पलट दिया था। इसके बाद से अमेरिका में लोगों को ये डर था कि सेम सेक्स मैरिज भी खतरे में आ सकती है, जिसके बाद बाइडेन की सरकार समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला ये बिल लाई। जुलाई में इस बिल को हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव में पेश किया गया था। हाउस ने तय किया था कि इस बिल को कानून बनाने के लिए वोटिंग होगी, जिसके बाद इसे 16 नवंबर को सीनेट भेजा गया था। 30 नवंबर को सीनेट ने इस बिल को पास कर दिया और राष्ट्रपति बाइडेन के पास भेज दिया। (Same Sex Marriage)

वहीं 14 दिसंबर यानी आज बाइडेन ने सेम सेक्स मैरिज बिल पर साइन करके इसे कानून बना दिया। 32 देशों में सेम सेक्स मैरिज लीगल है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 120 देशों में समलैंगिकता को अपराध नहीं माना जाता है, लेकिन सिर्फ 32 देशों में इस वक्त सेम सेक्स में शादी करने की अनुमति है। इसका मतलब ये है कि दुनिया के 88 देश ऐसे हैं, जहां समलैंगिक संबंधों को इजाजत है, लेकिन समलैंगिक शादी की नहीं। इसमें एक देश भारत भी है। 2001 में नीदरलैंड दुनिया का पहला ऐसा देश था, जहां समलैंगिक शादी की अनुमति मिली थी। इसके अलावा यमन, ईरान समेत दुनिया के 13 देश ऐसे हैं, जहां सेम सेक्स में शादी तो छोड़िए यहां समलैंगिक संबंध बनाए जाने पर भी मौत की सजा दी जाती है। (Same Sex Marriage)

इधर, भारत में भी समलैंगिक विवाह को मान्यता देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है। याचिका में कहा गया कि समलैंगिक विवाह की इजाजत नहीं देना भेदभाव है। यह LGBTQ कपल के अधिकारों का हनन है। कपल ने समलैंगिक विवाह को स्पेशल मैरिज एक्ट-1954 में शामिल करने की मांग की है। बता दें कि भारत में समलैंगिक कपल लंबे समय से शादी के अधिकार देने की मांग कर रहे हैं, जिसे लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर समलैंगिक विवाह को मान्यता देने की मांग की है। (Same Sex Marriage)

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