मालदीव की राजधानी में इमारत में लगी भीषण आग, 9 भारतीय सहित 10 की मौत

Fire in Maldives : मालदीव की राजधानी माले में गुरुवार 10 नवंबर को विदेशी कामगारों के घरों में भीषण आग (Fire in Maldives) लगने से कम से कम 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, इस हादसे में कई लोग घायल भी हो गए हैं। आग लगने से मरने वाले 10 लोगों में 9 भारतीय वर्कर्स समेत एक बांग्लादेशी भी शामिल है।

यह भी पढ़ें : गर्भवती महिलाओं के लिए कच्चा प्याज खाना खतरनाक, पढ़ें पूरी खबर

दमकल सेवा के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें आग को काबू पाने में चार घंटे का समय लगा। मृतकों में नौ भारतीय और एक बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं। आग में नष्ट हुई एक इमारत की ऊपरी मंजिल से उन्होंने 10 शव बरामद किए। बताया जा रहा है कि आग बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर के कार रिपेयरिंग गैराज में लगी थी।

Fire in Maldives : भारतीय हाईकमीशन ने जताया शोक

मालदीव में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) ने माले में आग लगने की इस घटना पर शोक जताया है। जिसमें 9 भारतीय नागरिकों समेत कुल 10 लोगों की मौत हुई है। भारतीय दूतावास ने कहा कि वह इस घटना को लेकर मालदीप सरकार के संपर्क में बने हुए हैं। भारतीय उच्चायोग ने पीड़ितों की मदद के लिए जारी किए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

मृतकों की पहचान में जुटी सरकार

मालदीव सरकार के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि पुलिस मृतकों की पहचान करने में जुटी हुई है। साथ ही पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। मालदीव के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने ट्ववीट कर बताया कि माले में लगी आग के प्रभावितों के लिए एक स्टेडियम में राहत एवं बचाव केंद्र बनाया गया है।

यह भी पढ़ें : फिर बदलाव के मूड में एलन मस्क, खत्म हो सकती है ट्विटर की फ्री सर्विस

Fire in Maldives : विदेशी कामगारों की स्थिति की आलोचना

माले में हुई इस दर्दनाक घटना को लेकर यहां काम कर रहे विदेशी कामगारों की बुरी परिस्थितियों का मामला एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। मालदीव के राजनीतिक दलों ने यहां काम कर रहे विदेशी श्रमिकों के लिए स्थितियों की आलोचना की है। माना जाता है कि वे माले की 250,000 की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं और ज्यादातर बांग्लादेश, भारत, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका से हैं। कोरोना काल में मालदीव में विदेशी कामगारों की दयनीय स्थिति का मामला सबसे पहले सामने आया था। उस समय मालदीव के लोकल लोगों की तुलना में विदेशी कामगारों में कोरोना संक्रमण तीन गुना ज्यादा तेजी से फैला था।

Related Articles

Back to top button