राशिफल रविवार 31 अक्टूबर 2021 एवं सुखी जीवन के लिए उपाय : दान, मन्त्र, भोजन (उपाय मन्त्र हिन्दू एवं जैन धर्म ) दिनाँक 31 अक्टूबर 2021, कार्तिक कृष्ण पक्ष, वैदिक मास- उर्जा, शरद ऋतु, दक्षिणायन सूर्य। दिन- रविवार। तिथि- दशमी। चन्द्र राशी –सिंह। व्रत- कार्तिक स्नान। पंचक-नहीं, भद्रा– दिन में नहीं। मूल-13:14 तक। प्राकृतिक प्रकोप योग -31 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक तापमान में विगत 03 वर्षों की तुलना में माह में न्यूनता या गिरावट रहेगी।
मंगल ग्रह प्रभाव -31 अक्टूबर तक- संगीत, नृत्य, अभिनय, शिल्प, कला, व्यवसाय से जुड़े वर्ग के लिए एवं मंदिर, धर्म, विद्वान के लिए अशुभ समय होगा। 31 अक्टूबर को मंगल ग्रह स्वाति नक्षत्र में प्रवेश करेगा- अग्नि, विस्फोटक, प्रयोग एवं दर्घटना में वृद्धि प्रभाव होंगे।
यह भी पढ़ें : फेसबुक ने अपना नाम बदलकर किया मेटा, जुकरबर्ग ने किया ऐलान
राशिफल रविवार 31 अक्टूबर 2021
मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.
आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। अनिद्रा की स्थिति एवं कार्य की चिंता भी हो सकती है। मानसिक रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं। अकर्मण्यता या आलस्य भी आप पर हावी हो सकता है। धार्मिक अनुष्ठान अथवा दान जैसा पुण्य कार्य मे सफलता मिल सकती है।
वृष राशि (Taurus) – ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो.
आपको हानि हो सकती है। धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य का अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। निराशा जीवन को अकर्मण्य बना सकती है। व्यवहार मे विशेष सावधान रहें। आपकी सामाजिक अप्रतिष्ठा संभव है। कार्यालय, दैनिक जीवन में अहम को ठेस पहुच सकती है।
मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, ह.
परिवार के सदस्योंएवं मित्रों से मेलमिलाप होगा। पुराने मित्रों के साथ पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं। विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है। इस समय आपको सुस्वादु भोजन व घर में समस्त सांसारिक सुख मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। इस पूरे काल में आप मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे। व्यापार के लिए लाभदायक विशेष रहेगा। राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े वर्ग के लिए उत्तम दिन है।
कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.
सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है। सफलता निश्चित है। इस काल के अनुकूल होने के कारण आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। सामान्य तौर पर लोगों का व्यवहार सहयोगी या मित्रता पूर्ण नहीं रहेगा।
सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.
मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द मिलने का योग है। आपको सुस्वादु मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध होगा। आपको शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी। इस समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित मिलेंगे। आपके पारिवारिकजीवन में भी आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा। प्रेम या दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं। सौभाग्य, सुख व सम्मान इस अवधि की विशेषता है।
कन्या राशि (Virgo) – टो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो.
विशेष रुप से धन की हानि, व्यय या विनियोजन के योग है। अपने व्यय पर विशेष ध्यान देने रखें। आप लोगों से व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें। इन दिनों आप कोई परामर्श,बीच वचाव या विवाद में भी न पड़ें। व्यर्थ में झगड़े की संभावना है। असावधानी अहम को ठेस पहुँचा सकती है। कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं। आप अविचलित रहें, क्योंकि ये शीघ्र ही निकल जाएंगी।
तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.
चन्द्रमाकी गोचर गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शा रही है। आपकी ख्याति एवं यश, प्रतिष्ठा वृद्धि का समय हैं। यह दिन धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्तियोग हैं। व्यवसाय मे धन/लाभ के अच्छे अवसर मिलने के योग हैं। प्रयास के परिणाम अपेकषा के अनुकूल ही रहेंगे। आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है।
वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.
यह माह का अच्छा समय है। यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति का है। सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है। सफलता निश्चित है। इस काल के अनुकूल होने के कारण आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं।
धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे.
कुछ मिले-जुले, सुख-दुख, सफलता-असफलता के परिणाम का दिन है। व्यापार में लाभप्रद लेन-देन सम्पन्न करने में कुछ कठिनाइयाँ आ सकती हैं। यात्रा हेतु हरी झंडी मिलने से पहले आपको कुछ बाधाएं पार करनी होंगी। अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण आप मानसिक रुप से अशांत खिन्न रहने की तुलना मे पूर्व जन्म कृत स्व कर्म का भोग मान कर धैर्य रखिए।
मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी.
असुविधा, असहयोग, समन्वयहीन एवं अपेक्षा के विपरीत स्थिति का समय है। किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए। सूचना भी सत्यता से परे हो सकती हैं, ध्यान नहीं देना चाहिए। यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों व बाधाओं का दिन है। आर्थिक दृष्टि से भी यह काल लाभ पूर्ण नहीं है। आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है। अपने उच्चाधिकारी से कार्यालय में या रोजगार स्थल पर किसी भी प्रकार की असहमति अथवा विवाद से बचें। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। बाजार के काम, परामर्श देना, यात्रा, नए कार्य प्रारंभ करना उचित नही होगा।
कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.
मन की शान्ति होगी। आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ, शान्ति सुख एवं प्रसन्न्ता अनुभव करेंगे। दिन कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है। दांपत्य जीवन के सुख में वृद्धि होगी। पुत्र एवं पुत्री के द्वारा पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। कार्यालय में अनुकूल परिस्थितियां रहेंगे। व्यापार में लाभ की स्थिति रहेगी।
मीन राशि (Pisces) – दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची.
सफलता की संभावना प्रबल हैं। यह समय आपके लिए, आपके प्रयासों एवं उपकार की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है। आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे। नए मित्र भी बनाएँगे। मित्रों से सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंध सुख पूर्ण रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे। कुल मिलाकर इस अवधि में आप सफल एवं प्रसन्न रहेंगे। (राशिफल रविवार 31 अक्टूबर 2021)
आज का वैदिक उपाय
- नक्षत्र दोष मंत्र : हव्य-कव्य के द्वारा पूजे गए सभी पितृगण धन-धान्य, भृत्य, पुत्र तथा पशु प्रदान करते हैं। ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्. ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:।
- नक्षत्र मंत्र : ॐ मघायै नमः।
- नक्षत्र देवता मन्त्र : पितरः पिण्डह्स्ताश्च कृशाधूम्रा पवित्रिणःl कुशलं द्घुरअस्माकं मघा नक्षत्र देवताःll ॐ पितृभ्यो नमःl पित्रेभ्य नमः। अलौकिक सुख। पितृ शाप से सुरक्षा।
- नक्षत्र उपाय : वस्त्र दान करना चाहिए। बृहस्पति पूजा से सद्बुद्धि,ज्ञान,निर्णय क्षमता प्रदान करते हैं। ऊंतिल दान करना चाहिए। बृम बृहस्पतये नम:। ॐ अंगि-रसाय विदमहे दण्डायुधाय धीमहि तन्नो जीवः प्रचोदयात।।
दिन के अनिष्ट रोकने के उपाय
- स्नान जल मे कनेर पुष्प, केसर, खस, इलायची मिला कर स्नान करे। सूर्य देव को जल अर्पण करे |मंत्र -खखोलकाय नमः।
- बाधा मुक्ति के लिए दान : गुड,लाल, वस्त्र, पुष्प तांबा नारंगी वस्तु, लाल चन्दन कनेर लाल पुष्प।
- दान : लाल गाय, सूर्य मंदिर 10 वर्ष तक के बच्चे, विष्णु, कृष्ण मंदिर में दे सकते है।
- दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं : रसाल, आम, घी, पान मे से कोई भी पदार्थ। पान का पत्ता अपने पास रखकर निकलें। गुड़ या आम रस, पदार्थ कच्ची केरी चटनी आम का रस आदि ग्रहण करना चाहिए।
सफलता के लिए
ओम सप्त तुरंगाय विद्महे सहस्त्र किरणाय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात्। आपो ज्योति रस अमृतम। परो रजसे सावादोंम। आपो ज्योति रस अमृतं। परो रजसे सावदोम।
जैन मंत्र
ऊँ ह्रीं अर्हं सूर्य ग्रहारिष्ट निवारक। श्री पद्म प्रभु जिनेन्द्राय नमः सर्वशांतिं कुरू कुरू स्वाहा। मम (अपना नाम) दुष्टग्रहरोगकष्टनिवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।
तिथि दोष उपय
लोकी, तोरइ, परवल, पका हुआ या अग्नि पर बना अन्न व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे। गोमूत्र भोजन में शामिल करे।
कार्य के पूर्व : यम की पूजा करनी चाहिए। रोगों को नष्ट और नरक से सुरक्षा प्रद। दक्षिण दिशा में मुह कर -ॐ यमाय नम:||
ॐ सूर्यपुत्राय विद्महे,महाकालाय धीमहि। तन्नो यम: प्रचोदयात्।। धर्मराज नमस्तुभ्यं नमस्ते यमुनाग्रज। पाहि मां किंकरैः सार्धं सूर्यपुत्र नमोऽस्तु ते।। वृष, कन्या, मीन राशी वाले बाधा नाश के लिए उपाय अवश्य करे।
(राशिफल रविवार 31 अक्टूबर 2021 एवं सुखी जीवन के लिए उपाय)