सिक्किम के नाथू ला पास में भारी हिमस्खलन, 6 लोगों की मौत, 80 लोगों के बर्फ में फंसे होने की आशंका

Sikkim Avalanche : सिक्किम के मशहूर टूरिस्ट प्लेस गंगटोक में मंगलवार को एवलांच (हिमस्खलन) हुआ। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई और 80 लोगों के बर्फ में फंसे होने की खबर है। मरने वालों में चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है। यह घटना दोपहर करीब 12:20 बजे गंगटोक को नाथुला दर्रे से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर हुई है।

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पुलिस अधिकारियों ने के मुताबिक, जहां पर हादसा हुआ, वहां जाने के लिए एक पास जारी होता है। यह पास 13वें मील के लिए जारी किए जाते हैं, लेकिन टूरिस्ट बिना परमिशन के 15वें मील की ओर चले गए। यह घटना 15वें मील में ही हुई है।

Sikkim Avalanche : पिछले साल आए तीन बड़े एवलांच

  • जनवरी 2022: तिब्बत में एवलांच की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। स्टेट मीडिया के मुताबिक, हादसा तिब्बत के दक्षिण-पश्चिमी इलाके न्यिंगची शहर में डोक्सोंग ला सुरंग के पास हुआ था।
  • नवंबर 2022: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा माछिल इलाके में 3 जवान हिमस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गए थे। जब हादसा हुआ तब 56 राष्ट्रीय रायफल्स के ये पांचों जवान रुटीन गश्त कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन तब तक जवानों को निकाला गया तो 3 की मौत हो गई थी।
  • फरवरी 2022: अरुणाचल प्रदेश में एवलॉन्च के बाद लापता हुए सेना के 7 जवानों के शव बरामद हुए। सेना के मुताबिक, वे पिछले दो दिन से बर्फ में फंसे थे। भारतीय सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि कामेंग सेक्टर के हाई एल्टिट्यूड वाले क्षेत्र में एवलॉन्च में फंसे सेना के सातों जवानों की मौत हो गई। सभी जवानों के शव एवलॉन्च वाली जगह से बरामद किए गए।

एवलॉन्च की भविष्यवाणी संभव नहीं

अब तक वैज्ञानिक ये भविष्यवाणी करने में सक्षम नहीं हैं कि हिमस्खलन कब और कहां होगा। वे बस बर्फ के ढेर, तापमान और हवा की कंडीशन से हिमस्खलन के खतरे का अनुमान लगा सकते हैं। बर्फ में स्कीइंग वाले कुछ इलाको में एवलांच कंट्रोल टीमें तैनात होती हैं।

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कुछ स्कीइंग वाले इलाकों के गश्ती दल हिमस्खलन रोकने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल करते हैं। वे किसी भी खतरनाक ढलानों को तोप से उड़ा देते हैं, ताकि किसी ढीले या नए बर्फ के ढेर को हिमस्खलन बनने से रोका जा सके। कनाडा और स्विट्जरलैंड के ऊंचे पहाड़ों पर हिमस्खलन कंट्रोल के लिए स्पेशल मिलिट्री तैनात होती है। स्विट्जरलैंड में कई पहाड़ी गांवों में घरों को बर्फ के ढेर से बचाने के लिए मजबूत ढांचे लगाए जाते हैं।

Sikkim Avalanche : पहले जानते हैं हिमस्खलन क्या होता है

बर्फ या पत्थर के पहाड़ की ढलान से तेजी से नीचे गिरने को हिमस्खलन या एवलांच कहते हैं। हिमस्खलन के दौरान, बर्फ, चट्टान, मिट्टी और अन्य चीजें किसी पहाड़ से नीचे की ओर तेजी से फिसलती हैं।

हिमस्खलन आमतौर पर तब शुरू होता है जब किसी पहाड़ की ढलान पर मौजूद बर्फ या पत्थर जैसी चीजें उसके आसपास से ढीली हो जाती हैं। इसके बाद ये तेजी से ढलान के नीचे मौजूद और चीजों को इकट्टा कर नीचे की और गिरने लगती हैं। चट्टानों या मिट्टी के स्खलन को भूस्खलन कहते हैं।

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