Mahakumbh 2025 : महाकुंभ प्रयागराज में सिंधी समाज की महत्वपूर्ण भागीदारी: संत साईं मसन्द साहिब के नेतृत्व में शंकराचार्यों के साथ विशेष बैठक

Mahakumbh 2025 : महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025 ) में ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के विशेष आमंत्रण पर सिंधी समाज के प्रख्यात संत, मसन्द सेवाश्रम रायपुर के पीठाधीश साईं जलकुमार मसन्द साहिब 8 से 22 जनवरी तक ज्योतिर्मठ शंकराचार्य शिविर में उपस्थित रहेंगे।

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विशाल शोभायात्रा में होंगे शामिल

साईं मसन्द साहिब 9 जनवरी को शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के भव्य महाकुंभ प्रवेश शोभायात्रा में सम्मिलित होंगे। इस शोभायात्रा में देशभर के 100 से अधिक विशिष्ट संत विशेष आमंत्रित किए गए हैं। शोभायात्रा में शंकराचार्य जी द्वारा मनोनीत 543 गौ सांसद, हजारों गौ विधायक, गौ पार्षद एवं गौ सरपंच भी सहभागिता करेंगे।

गौमाता राष्ट्रमाता अभियान के लिए महत्वपूर्ण सम्मेलन

11 जनवरी को ज्योतिर्मठ शंकराचार्य शिविर में गौ सांसद, गौ विधायक, गौ पार्षद एवं गौ सरपंचों का एक विशेष सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन में संचालित “गौमाता राष्ट्रमाता” अभियान की आगामी कार्ययोजना तैयार करना है। साईं मसन्द साहिब इस सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

सिंधी समाजसेवियों की शंकराचार्यों के साथ विशेष बैठक

19 जनवरी को साईं मसन्द साहिब की पहल पर उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के सिंधी समाजसेवी शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज एवं शारदामठ, गुजरात के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज के साथ विशेष बैठक करेंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत को हिन्दू राष्ट्र एवं विश्वगुरु बनाने की दिशा में सिंधी समाज की भागीदारी सुनिश्चित करना होगा।

सनातन वैदिक सिद्धांतों के प्रचारक

साईं मसन्द साहिब पिछले 12 वर्षों से पूज्यपाद शंकराचार्यों एवं अन्य महान संतों के मार्गदर्शन में सनातन वैदिक सिद्धांतों पर आधारित शासन व्यवस्था स्थापित करने का अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा, “सनातन वैदिक सिद्धांत न केवल मानव जीवन को सुखमय, आनंदमय और पूर्ण बनाते हैं, बल्कि ईश्वर प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।”

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2030 तक भारत को एक सनातन हिन्दू राष्ट्र और विश्वगुरु के रूप में स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी- मयंक मसन्द प्रवक्ता मसन्द सेवाश्रम, रायपुर ने दी है। (Mahakumbh 2025)

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